क्या आप ने राजधानी लखनऊ की साइबर क्राइम सेल की टीम को देखा और इनके बारे में सुना है? अगर नहीं तो uttarpradesh.org आप को अपराधियों के छक्के छुड़ाने वाली टीम के बारे में जानकारी दे रहा है। बुधवार को हमारी टीम साइबर क्राइम सेल के हजरतगंज स्थित कार्यालय पहुंची। साइबर क्राइम सेल में यहां की टीम कैसे काम करती है इसके बारे में हमने विस्तार से जानकारी ली।
साइबर सेल के कुछ बेहतर काम
15 मई 2017 को साइबर क्राइम सेल हजरतगंज ने सरकारी वेबसाइटों को हैक करने ने आरोप में एक चार्टेड एकाउंटेंट को गिरफ्तार किया।
16 मई 2017 को online ठगी के शिकार परिवार ने साइबर क्राइम सेल की टीम ,उप निरीक्षक विजयवीर सिंह सिरोही, कांस्टेबल अखिलेश कुमार, फिरोज बदर, सरीफ खान, प्रनीश की टीम ने ट्रांजेक्शन ट्रैस करके पीड़ित के खाते में पैसे क्रेडिट करवा दिए। इसके अलावा साइबर सेल ने कई बड़े गुडवर्क भी किये हैं, जिससे इन्हें कई बार पुरष्कृत भी किया गया है.
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बिना संसाधन काम करती है साइबर सेल
साइबर सेल के लिए मात्र एक पुरानी बोलेरो कार है, जिसकी हातल भी काफी दयनीय है। यहां तक की साइबर सेल में तैनात पुलिसकर्मियों के पास हथियार तक नहीं है। साथ ही पूरी साइबर सेल मात्र एक महिला समेत 9 पुलिसकर्मियों के भरोसे चल रही है।
1090 की तर्ज पर होना चाहिए साइबर सेल का कायाकल्प
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जिस तरह सूबे में महिलाओं पर होने अपराध पर त्वरित कार्रवाई के लिए 1090 का गठन किया गया है। उसी तर्ज पर साइबर के अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर सेल का भी कायाकल्प करना चाहिए।
साइबर के लिए नहीं है फंड
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा साइबर सेल के लिए अलग से कोई फंड नहीं दिया जाता है, जिसकी वजह से साइबर टीम अपराधियों से का पता तो लगा लेती है, लेकिन फंड की कमी के चलते आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए साइबर टीम खुद ही डीजल का इंतजाम करती है।
साइबर सेल में तकनीकी एक्सपर्ट की है कमी
कहने के लिए तो राजधानी लखनऊ में साइबर सेल का गठन कर दिया गया है, लेकिन साइबर सेल में तकनीकी एक्सपर्ट की कमी है। यदि कोई केस आता है तो वहां मौजूद पुलिसकर्मी गूगल की मदद से होस्टिंग डिटेल निकालते हैं और वेबसाइट की जानकारी इकठ्ठा करते हैं। इसके बाद कंपनी को मेल कर जानकारी इकठ्ठा करते हैं। जिसमें काफी समय लग जाता है।
साइबर सेल की खुद की वेबसाइट है बंद
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया सुलखान सिंह लगातार अपने कर्मचारियों को सोशल मीडिया पर एक्टिव होने का निर्देश तो दे रहे हैं, लेकिन की साइबर सेल की खुद की वेबसाइट बंद पड़ी है। साइबर क्राइम सेल लखनऊ, उत्तर प्रदेश के नाम से एक फेसबुक पेज है।
पेज पर साइबर क्राइम सेल की खुद की वेबसाइट की जानकारी दी गई है लेकिन ये वेबसाइट सालों से बंद पड़ी है।