संसद के सेंट्रल हॉल में देश के 14वें राष्ट्रपति पद की शपथ ली. शपथ समारोह में राष्ट्रपति के रूप में राम नाथ कोविंद ने अपने प्रथम संबोधन में देश के 125 करोड़ देशवासियों को नमन किया. साथ ही उन्होंने कहा कि देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है.
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का देश को पहला संबोधन-
- मुझे राष्ट्रपति बनाने के लिए धन्यवाद।
- देश के 125 करोड़ नागरिकों को नमन करता हूं।
- यह मेरे लिए भावुक क्षण हैं।
- मैं विश्वास दिलाता हूं कि सर्वे भवंतु सुखिनः के भाव के साथ निरंतर लगा रहूंगा।
- हमें भरोसा है कि यह भारत की सदी है, हमें ऐसा भारत बनाना है जो आर्थिक नेतृत्व दे।
- हम सब एक हैं और एक ही रहेंगे।
- राष्ट्र निर्माण अकेले सरकार का काम नहीं।
- देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है।
- किसान, महिलाएं और वैज्ञानिक राष्ट्रनिर्माता है।
- यह सदी हमारी होगी।
- भारत की उपलब्धियां दुनिया का नेतृत्व करेंगी।
- आर्थिक विकास के साथ ही नैतिक आदर्श जरुरी है।
- मैं डॉ. राजेंद्र प्रसाद, डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और प्रणब दा के कदमों पर चलने जा रहा हूं।
- हमारे देश की विविधता ही हमारी पहचान हैं।
- भारत की परंपरा, संस्कृति और देशवासियों पर गर्व है।
- किसान पूरे देश का पेट भर रहे है, वो भी राष्ट्र निर्माता है।