रोहिंग्या मुसलमानों के भारत में रहने को लेकर बहस जारी है. वहीँ भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ये 40 हजार लोग शरणार्थी नहीं बल्कि घुसपैठिये हैं. वहीँ म्यांमार में रोहिंग्या आतंकियों द्वारा सामूहिक नरसंहार के सबूत भी वहां की आर्मी को मिले हैं. समाचार एजेंसी एएफपी के अनुसार, म्यांमार सेना का कहना है कि 28 हिंदुओं की सामूहिक कब्र (28 hindus mass grave) मिली है और इन हिंदुओं की हत्या रोहिंग्या आतंकियों ने की है.
रोहिंग्या मुसलमान कई देशों में जाकर रहने लगे:
- गौरतलब है कि म्यांमार आर्मी और रोहिंग्या मुसलमानों के बीच लम्बे समय से संघर्ष चल रहा है.
- रोहिंग्या मुसलमानों पर म्यांमार आर्मी के जवानों की हत्या करने का भी आरोप है.
- बढ़ते तनाव और हिंसा की घटनाओं के बाद रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार के आस-पास के देशों में गैर-क़ानूनी रूप से घुसकर रहते हैं.
- इसी प्रकार करीब 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान भारत के अलग-अलग राज्यों में भी रह रहे हैं.
- हालाँकि इनके रहने पर भारत सरकार ने आपत्ति जताई है और कहा है कि ये कोई शरणार्थी नहीं है.
- कुछ दिनों पूर्व ही गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि मानवाधिकार का हवाला देकर घुसपैठियों को शरणार्थी न बताएं!
- उन्होंने कहा था कि शरणार्थी का ठप्पा पाने के लिए एक प्रक्रिया होती हो जो इनमें से किसी ने भी पूरी नहीं की है.
- लिहाजा मानवाधिकार के नाम पर इन्हें शरणार्थी बताने से पहले सच को समझना होगा.