‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के 75वें सालगिरह पर संसद के दोनों सदनों में स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी गई। 1942 में शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ पर लोक सभा में विशेष चर्चा हुई। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अंग्रेजों ने भी ऐसे आंदोलन की कल्पना नहीं की थी। पीएम मोदी ने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ को अंतिम व्यापक जन आंदोलन बताया।
‘वीरों के बलिदान प्रेरणादायक’-
- मोदी सरकार खास अंदाज़ में ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रही है।
- इस खास मौके पर संसद में विशेष सत्र बुलाया गया है।
- संसद के विशेष सत्र को पीएम मोदी संबोधित कर रहें हैं।
- इस दौरान उन्होंने कहा कि 1942 में देश जब उठ खड़ा हुआ तो 5 साल के अंदर आजादी मिल गई।
- पीएम मोदी ने बताया कि भारत छोड़ो आंदोलन के समय बापू ने कहा था – ‘पूर्ण स्वतंत्रता से कम मंजूर नहीं’।
- संबोधन में पीएम ने कहा कि अंग्रेजों ने भी ऐसे आंदोलन की कल्पना नहीं की थी।
- उन्होंने वीरों के बलिदान को प्रेरणादायक बताया।
- आगे उन्होंने कहा कि भले ही आज हमारे पास गांधी का नेतृत्व नहीं लेकिन सवा सौ करोड़ लोगों के विश्वास के साथ यहां पहुंचे लोगों के लिए कुछ भी असंभव नहीं।
- उन्होंने कहा कि हम सब गांधी और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने का प्रयास करें तो वे सपने संभव हो सकते हैं।
- पीएम ने कहा कि हम उस समय विश्व के कई देशों के लिए उदाहरण बने थे, अगर हम चाहें तो आज भी बन सकते है।
- विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि राजनीति से ऊपर राष्ट्रनीति है।
‘आज की चुनौतियां गरीबी, कुपोषण, अशिक्षा’-
- विशेष सत्र को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने गरीबी, कुपोषण, अशिक्षा को आज की चुनौतियां बताया।
- पीएम मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार रूपी दीमक ने देश को तबाह करके रखा है।
- आगे उन्होंने कहा कि कुछ बिंदुओं पर एकजुट होकर देश के लिए संकल्प करने की जरूरत है।
‘कर्तव्य भाव को जगाना है’-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नियमों, कानूनों को तोड़ना हमारा स्वभाव बनता जा रहा है।
- पीएम मोदी ने कहा कि बापू के आंदोलन के चलते देश गुलामी से मुक्त हुआ था।
- पीएम मोदी ने कहा कि समाज के अंदर कर्तव्य भाव को जगाना हम सब की जिम्मेदारी है।
- आगे उन्होंने कहा कि देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
‘जीएसटी किसी दल की सफलता नहीं’-
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पांच वर्षों के महत्व को अगर हम भुनाएंगे तो कई मुद्दों पर सहमति बन सकती है।
- उन्होंने कहा कि जीएसटी की सफलता किसी दल की सफलता नहीं है।
- जीएसटी की सफलता सरकार की इच्छाशक्ति है।
- आगे पीएम मोदी ने कहा कि पूरा विश्व नेतृत्व के लिए हमारी अोर देख रहा है।