Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
India

तीन तलाक बिल का विरोध करने वाले महिला विरोधी: अमर सिंह

बीते 18 दिसंबर से देश की राजधानी दिल्ली स्थित संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था, गौरतलब है कि, यह शीतकालीन सत्र मोदी सरकार के लिए काफी ख़ास रहा है, ऐसा इसलिए है क्योंकि, केंद्र सरकार मुस्लिम महिलाओं के हक़ के लिए लगातार बीते कुछ समय से आवाज़ उठा रही है, वहीँ मौजूदा शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार ने ट्रिपल तलाक(triple talaq bill) को खत्म करने के लिए प्रस्ताव पेश किया था, जिसके बाद लोकसभा में ट्रिपल तलाक पर कानून को मंजूरी मिल चुकी है. राज्यसभा में आज ट्रिपल तलाक बिल पेश होते ही हंगामा शुरू हो गया.

अमर सिंह ने किया बिल का समर्थन

राज्यसभा सांसद अमर सिंह का बयान- भी बिल को लेकर आया है. ट्रिपल तलाक बिल पर अमर सिंह का बयान आया है कि बिल का समर्थन करना चाहिए, महिलाओं के पक्ष की बात है. महिलाओं के लिए कोई भेद भाव नहीं है, महिलाओं के पक्ष में है बिल. उन्होंने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे हैं वह महिला विरोधी हैं. मैं पूरी तरीके से सरकार के साथ हूं. बिल को हटाना वोटबैंक के लिए एक गंदी प्रक्रिया है. पुणे हिंसक मामले में अमर सिंह ने कहा कि ऐसे फसाद हो और ऐसी हिंसा तो राजनीति से परे, सबको मिलकर शांति की बहाली करनी चाहिए.

राज्यसभा में जमकर हो रहा हंगामा:

एक तरफ सरकार बिल को स्टैंडिंग कमेटी में भेजने के खिलाफ है वहीँ विपक्ष चाहता है कि इसे स्टैंडिंग कमेटी को भेजा जाये. वित्त मंत्री अरुण जेटली जब राज्यसभा में बोल रहे थे तब जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस पर उन्होंने बिल रोकने को लेकर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ट्रिपल तलाक बिल के खिलाफ है. राज्य सभा में बिल पेश होने के बाद कांग्रेस के साथ विपक्ष ने इसको नकारा और स्टैंडिंग कमेटी में भेजने की बात की.कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने संशोधन पेश करते हुए बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने की मांग की और कहा कि बजट सेशन के पहले हफ्ते तक रिपोर्ट आ जाए ताकि आगे इसपर बहस हो सके.

विपक्ष ने पहले नोटिस क्यों नहीं दिया: अरुण जेटली

अरुण जेटली ने कहा कि अगर बहस करनी थी तो पहले नोटिस देना था. विपक्ष ने पहले नोटिस क्यों नहीं दिया. उन्होंने विपक्षी दलों की मंशा पर सवाल उठाये. अरुण जेटली ने कहा कि पूरा देश देख रहा है किस प्रकार इस बिल को पारित होने से रोका जा रहा है. जबकि कांग्रेस के आनंद शर्मा ने कहा कि इस बिल पर बहस होनी चाहिए और उन्होंने स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के नाम भी सुझाये.

आज राज्यसभा में पेश हुआ ट्रिपल तलाक कानून (ट्रिपल तलाक बिल):

16 दिसंबर से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ था, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा ट्रिपल तलाक पर कानून का प्रस्ताव पेश किया गया था. यह बिल लोकसभा में पारित हो चुका है, वहीँ केंद्र सरकार ने आज ट्रिपल तलाक बिल को राज्यसभा में पेश किया. मुस्लिम महिला बिल को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद पेश किया. ज्ञात हो कि, लोकसभा में ट्रिपल तलाक बिल को आसानी से पारित कराने वाली मोदी सरकार के लिए राज्यसभा में बिल को पारित करवाना एक टेढ़ी खीर साबित होगा. कानून मंत्री ने कहा कि लोकसभा में बिल पास होने के बाद भी मुरादाबाद में एक महिला को दहेज़ के नाम पर तीन तलाक दिया गया.

Related posts

राष्ट्रपति आज दो दिवसीय मध्य प्रदेश दौरे पर, करेंगे कई कार्यक्रमों में शिरकत

Shivani Awasthi
6 years ago

सीएम योगी ने कानून व्यवस्था को सही किया है: सुनील भराला 

UP ORG DESK
6 years ago

9 लाख लोग IT के निशाने पर, खत्म हुई संदिग्ध जमा पर सफाई की तिथि!

Deepti Chaurasia
8 years ago
Exit mobile version