सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीन चल रहे लोढ़ा कमेटी और बीसीसीआई के मामले को लेकर आज बुधवार अनुराग ठाकुर ने कहा कि ‘झूठी गवाही का कोई सवाल ही नहीं है, मैं ने अदालत में झूठ नहीं बोला था।’ उन्होंने ये भी कहा कि “हमने समय की मांग की, लेकिन लोढ़ा समिति ने पिछले 2 महीनों में हमें समय नहीं दिया।” उन्होंने ये भी कहा की समिति की ज़्यादातर सिफारिशों को लागू किया गया है, लेकिन अगर किसी मेम्बर की इस बात पर सहमती नही होगी तो लोढ़ा समीति को इस बात से सूचित कर दिया जायेगा।’
मामला अब तक
- गौरतलब है की शीर्ष कोर्ट ने बीसीसीआई को जल्द से जल्द लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को मानने को कहा था।
- कोर्ट ने कहा कि लोढ़ा पैनल की सिफारिशों को मानने का एफिडेविट कोर्ट में पेश करे।
- कोर्ट ने कहा कि लोढा पैनल एक स्वतंत्र ऑडिटर नियुक्त करेगा, जो बीसीसीआई के तमाम ठेकों की जांच करेगा।
- सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई के अकाउंट को फ्रीज कर दिया।
- इसके साथ ही स्टेट क्रिकेट बोर्ड के लिए किसी भी प्रकार के फंड जारी करने पर रोक लगा दी है।
- कोर्ट ने कहा कि तब तक फंड न दिए जाएं जब तक राज्य के बोर्ड भी लोढा समिति की सिफारिशों को लागू करने के संबंध में एफिडेविट नहीं दे देते।
- कोर्ट ने कहा कि BCCI चेयरमैन हलफनामा दाखिल कर बताएंगे कि 18 जुलाई के आदेश का पालन करेंगे या नहीं।
- सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड को सिफारिशें लागू करने के लिए दो हफ्ते की समयसीमा दी है।
- बीसीसीआई प्रमुख अनुराग ठाकुर 3 दिसंबर को कोर्ट में इस संबंध में हलफनामा देंगे।
- इस मामले में अगली सुनवाई 5 दिसंबर को होगी।
ये भी पढ़ें :जानिये नोटबंदी के दर्द पर सरकार कैसे लगाएगी मरहम ?