जम्मू-कश्मीर से बीते दिनों एक खबर आई थी जिसमे सेना के एक मेजर द्वारा गाड़ी से एक कश्मीरी युवा को बांधकर मानव ढाल बनाई गयी थी. उनके इस कदम पर देश ने दो तरह से प्रतिक्रिया दी. एक तरफ कुछ देशवासी इसका समर्थन कर रहे थे, तो वहीं कुछ ऐसे भी थे जो इसे गलत माँ सेना से कार्यवाई की मांग कर रहे थे. ऐसे में सेना प्रमुख द्वारा मेजर के इस कदम के लिए उन्हें सराहा गया.
ढाल बने डार ने मानव आयोग में दर्ज की शिकायत :
- घाटी में एक लंबे समय से आतंकी गतिविधियों और पत्थरबाजी की खबरे आ रही हैं.
- इस तरह की पत्थरबाजी में सेना को निशाना बनाया जाता है और उनपर हमला किया जाता है.
- ऐसा ही कुछ मेजर गोगोई के साथ भी हुआ जब वे एक पोलिंग बूथ पर पहुंचे,
- बता दें कि वहाँ उनके कुछ साथी जवान और नागरिक फंसे हुए थे जो मदद मांग रहे थे.
- परंतु वहां पर करीब 1500 ऐसे लोग भी थे जो हाथो में पत्थर लिए उन्हें चोटिल करने को तैयार थे.
- ऐसे में उन्होंने अपनी सूझ-बूझ का इस्तेमाल करते हुए इस व्यक्ति को अपनी मानव ढाल बना लिया.
- बता दें कि यह वही व्यक्ति था जो उस दौरान भीड़ को भड़का रहा था और उन्हें पत्थरबाजी के आदेश दे रहा था.
- जिसके बाद उनके ऐसा करते ही साड़ी भीड़ एक तरफ हो गयी थी और वे अपने साथियों को बचा पाए.
- जिसके बाद उनके ऊपर जांच भी बैठाई गयी परंतु उन्हें पाक साफ़ घोषित कर जांच ख़त्म कर दी गयी.
- यही नहीं सेना द्वारा उन्हें उनकी बहादुरी के लिए पुरस्कार से भी नवाज़ा गया जिसका विरोध भी हुआ.
- परंतु अब सेना प्रमुख बिपिन रावत द्वारा उनका समर्थन किया गया है और उनकी प्रशंसा भी की गयी.
- जिसके बाद अब सेना द्वारा बिपिन रावत के इस कदम की प्रशंसा की गयी साथ ही कहा गया कि उनके ऐसा करने से सेना का मनोबल बढ़ता है.
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