गुलाम नबी आज़ाद द्वारा राज्य सभा में दिए गए बयान के समर्थन में उतरी शिव सेना । बता दें कि राज्य सभा में कोंग्रेस सांसद गुलाम नबी आज़ाद ने नोट बंदी के चलते होने वाली मौतों को उरी हमले से जोड़ा था जिसके चलते बीजेपी सांसदों ने उनसे माफ़ी मांगने कि बात कही थी ।लेकिन गुलाम नबी आज़ाद ने इस मांग को ठुकरा दिया था।
मुखपत्र ‘सामना’ के माध्यम से शिव सेना ने बीजेपी पर किया हमला
- शिव सेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में आजाद के बयान का समर्थन करते हुए लिखा है
- ‘अगर आजाद ने माफी मांग ली तो क्या सच्चाई बदल जाएगी।’
- सामना के संपादकीय पजे में कहा गया कि’उरी हमले में 20 जवान शहीद हुए थे।
- ‘नोटबंदी के चलते 40 शूरवीर देशभक्तों ने बलिदान दिया।’
- ‘हमलावरों में फर्क है।उरी में पाकिस्तानियों का हमला हुआ और नोटबंदी का हमला हमारे शासनकर्ताओं ने किया।’
नोट बंदी के मुद्दे पर लगातार सरकार के खिलाफ दिख रही शिव सेना
- कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद द्वारा राज्य सभा में दिए गए बयान का समर्थन में बोली शिव सेना।
- शिव सेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा ‘अगर आजाद ने माफी मांग ली तो क्या सच्चाई बदल जाएगी।’
- गुलाम नबी आज़ाद के बयान का समर्थन पर बीजेपी ने शिव सेना से नाराज़गी जताई है।
- बता दें कि नोट बंदी के मुद्दे पर शिव सेना ने TMC से हाथ मिलाते हुए राष्ट्रपति भवन तक मार्च भी किया था।
- बीजेपी की नाराज़गी के बावजूद शिव सेना अपनी बात पर अड़ी हुई है।
- शिव सेना का यही कहना है कि नोट बंदी को और अच्छे ढंग से लागू किया जा सकता था।
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