मोदी सरकार ने आने वाले 2019 चुनाव के लिए भले ही अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. वहीँ आम बजट 2018 मौजूदा सरकार का आखिरी फुल बजट होगा और इस बजट से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रेल यात्रियों की सुविधाओं पर इस बजट में खासा ध्यान दिया दे रहे हैं. बता दें कि रेल यात्रियों को स्टेशन पर भारी भरकम सामान को लाने ले जाने में काफी दिक्कत होती है. जिसको लेकर सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बजट-2018 में 3400 करोड़ रुपए से देशभर के प्रमुख स्टेशनों पर एस्कलेटर और लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है.
3000 एक्सलेटर और 1000 लिफ्ट लगाई जाएंगी:
आपको बता दें कि आने वाले बबजट-2018 में 3400 करोड़ रुपए से देशभर के प्रमुख स्टेशनों पर 3000 एक्सलेटर और 1000 लिफ्ट की सुविधा से सफर करना यात्रियों के लिए और सुविधाजनक हो जाएगा. यात्रियों को प्लेटफॉर्म नंबर पर आने के लिए स्टेशन के बाहर से ही एस्केलेटर की सुविधा मिल जाएगी.
बजट से पहले की हलवा सेरेमनी है काफी अहम, ख़ास है मायने
बता दें कि रेलवे ने स्कलेटर लगाने के लिए फार्म्यूलेे में बदलाव कर दिया है. मानकों से ज्यादा शहरी और सेमी शहरी स्टेशनों पर एस्कलेटर लगाए जा सकेंगे. रेलवे स्टेशनों की आय और यात्रियों की संख्या के हिसाब से एस्कलेटर लगाने का फैसला करती है.
बजट में बढ़ सकती है आयकर छूट की सीमा
वहीँ मुंबई के स्टेशनों पर 372 एस्कलेटर लगाने का ये अहम काम हो चूका है. बता दें कि इसके अलावा 2589 और एस्कलेटर लगाने की याेजना है. इस योजना से ज्यादा से ज्यादा महत्वपूर्ण स्टेशन कवर कर लिए जायेंगे. रेलवे मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के अनुसार इतनी ज्यादा संख्या में स्कलेटर और लिफ्ट लगाने से इनकी लागत में कमी आ रही है. इस वक्त एक एस्कलेटर करीब 1 करोड़ रुपए और एक लिफ्ट करीब 40 लाख रुपए में लग रही है.
Budget 2018 : हलवा सेरेमनी बजट 2018 के लिहाज से क्यूं है अहम
पिछले कई महीनों से स्टेशन के बाहर एस्केलेटर लगाने का काम चल रहा है. अभी करीब बीते दिन पहले ही इसका काम खत्म किया जा चुका है.
सूत्रों के मुताबिक इस बार रेल बजट 2018 में सुरक्षा और यात्री सुविधाओं पर फोकस रह सकता है. इसके तहत ही स्टेशनों पर एस्कलेटर और लिफ्ट सहित अन्य सुविधाओं के लिए आवंटन बढ़ाया जा सकता है. रेल बजट 2018 आम बजट 2018 के साथ ही 1 फरवरी को पेश होगा.