भारत में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे.ब्रिटिश अखबार ‘द गार्जियन’ और बीबीसी के अनुसार भारत में हॉक एयरक्राफ्ट का सौदा लाने के लिए पैसों का लेन देन किया गया है.
बिचौलिया सुधीर चौधरी भ्रष्टाचार के घेरे में
- बताया जा रहा है कि इस सौदे की मंज़ूरी प्राप्त करने के लिए आठ सौ करोड़ की घूस दी गई है.
- भुगतान आर्म्स डीलर सुधीर चौधरी को किया गया है .भारत सरकार सुधीर चौधरी को ब्लैक लिस्ट में शामिल कर चुकी है.
- इससे पहले भी सुधीर ब्रिटेन में भ्रष्टाचार में फंसकर गिरफ्तार हुए थे.
- सबूतों के अभाव में सुधीर चौधरी को छोड़ दिया गया था.
रूस की रक्षा कम्पनियों ने दिए है 7300 करोड़ रूपये
- पड़ताल में खुलासा किया गया है क्रूज़ मिसाइल के नाम पर सुधीर चौधरी 7300 करोड़ रूपये की घूस 2007-2008 में ले चुके हैं.
- सुधीर चौधरी ब्रिटेन में रहने वाले कारोबारी हैं. इससे पहले भी कई बार इन पर रक्षा सौदे में दलाली करने का आरोप लग चुका है.
- ये पूरा मामला हॉक आधुनिक जेट ट्रेनर के इंजन में घूसखोरी का है.
HAL और ब्रिटिश कम्पनी के बीच हुआ था रक्षा सौदा
- साल २०११ में हॉक जेट ट्रेनर के लिए दस हज़ार करोड़ का रक्षा सौदा हुआ था.
- साल 2014 में इस सौदे में घोटाले का खुलासा हुआ था.
- जिसके बाद कम्पनी पर रोक लग गई थी और मामला सी. बी .आई. को सौंप दिया गया था.
- जाँच में सामने आया है 2 अक्टूबर 2008 को अलग अलग कम्पनियों के खतों में पैसा पहुचाया गया है.
- जिसके बाद आठ सौ करोड़ की दलाली का आरोप सुधीर चौधरी पर लगा था.
- ये पैसा रॉल्स रॉय़स से लिया गया है जो एक ब्रिटिश कम्पनी है.