प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री के बेटे के ठिकानों पर छापा मारा। पी चिदंबरम के बेटे कार्ति ने लंदन, दुबई, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपींस, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, श्रीलंका, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, फ्रांस, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, ग्रीस और स्पेन में रियल एस्टेट में निवेश किया है और कार्ति ने इन देशों में अन्य व्यावसायिक गतिविधियां से खुद के लिए एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया है। यह तथ्य एयरसेल-मैक्सिस घोटाले में आयकर की जांच में प्रवर्तन निदेशालय और विंग की हाल ही में संयुक्त छापेमारी के दौरान बरामद दस्तावेजों से प्रकाश में आया था।
कार्ति का साम्राज्य 14 देशों में फैला है, जिसमें ब्रिटेन में 88 एकड़ जमीन, दक्षिण अफ्रीका में 3 वाइनयार्ड और स्टड फार्म, श्रीलंका में 3 बड़े रिसॉर्ट्स, सिंगापुर, मलेशिया और थाईलैंड में कई प्रापर्टी, बार्सिलोना में 11 टेनिस कोर्ट के साथ, 4 एकड़ की जमीन पर टेनिस अकादमी कार्ति चिदंबरम के नाम पर हैं। इसके साथ ही कार्ति ने कम्पनियों के माध्यम से दुबई, फ्रांस सहित कई देशों में निवेश स्थापित किया है। बैंक ऑफ अमेरिका के खाते में 50,000 डॉलर और दुबई कंपनियों के बीच की 1.7 करोड़ सिंगापुर डॉलर के निवेश की जानकारी भी सामने आयी है।
ईडी के अनुसार, एफआईपीबी की मंजूरी से एयरसेल के अधिग्रहण के लिए मैक्सिस को तत्कालीन वित्त मंत्री चिदंबरम द्वारा दिए गए अधिकार पूरी तरह से गैरकानूनी थे। कोर्ट ने पहले ही सिंगापुर में कार्ति के नियंत्रण वाली कंपनी के लेनदेन विवरण प्राप्त करने के लिए Rogatory पत्र जारी किया था।
गौरतलब है कि, इससे पहले भी कार्ति के कई ठिकानों पर छापा पड़ चुका है। आयकर विभाग और ईडी के अधिकारियों ने 1 दिसंबर को कार्ति के व्यावसायिक सहयोगियों के कुछ स्थानों पर छापेमारी की थी. उस दौरान पी. चिदंबरम ने कह था कि ‘मैं और मेरा परिवार, सरकार द्वारा किए जाने वाले दुर्भावनापूर्ण हमलों का सामना करने के लिए एकदम तैयार हैं।’ कांग्रेस नेता ने कहा था कि ‘अगर सरकार मुझे निशाना बनाना चाहती है तो उन्हें सीधे -सीधे ऐसा करना चाहिए, मेरे पुत्र और दोस्तों को परेशान नहीं करना चाहिए, जिनका राजनीति से कुछ लेना देना नहीं है।