भारत एवं अमेरिका के अधिकारियों ने हाल ही में सागरों की पारिस्थितिकी प्रणालियों की रक्षा करने एवं नीली अर्थव्यवस्था (ब्ल्यू इकोनॉमी) के माध्यम से स्थायी विकास को प्रोत्साहित करने के लिए वार्ता की है.
कई अहम मुद्दों पर हुई वार्ता :
- दोनों देशों के बीच बीते दिन कई अहम मुद्दों पर वार्ता हुई जिसमे अहम था नीली अर्थव्यवस्था
- इसके अलावा वार्ता के दौरान मत्स्य सुरक्षा एवं विशेष आर्थिक क्षेत्रों में संयुक्त अन्वेषण समेत स्थायी समुद्री संसाधन प्रबंधन में सहयोग के विस्तृत क्षेत्रों पर चर्चा हुई है.
- विज्ञप्ति के अनुसार अब तक की पहली अमेरिकी भारतीय सागर वार्ता वर्ष 2015 में हुई थी
- जिसमे पहली बार भारत व अमेरिका सामरिक एवं वाणिज्यिक वार्ता के दौरान सागरों के पारिस्थितिकी तंत्रों की रक्षा करने एवं ‘नीली अर्थव्यवस्था’ के ज़रिये स्थायी विकास को प्रोत्साहित के लिए गए निर्णयों का हिस्सा बने थे.
- आपको बता दें कि अमेरिका का प्रतिनिधित्व ब्यूरो ऑफ ओशन एंड इंटरनेशनल एनवायरमेंटल एंड साइंटिफिक अफेयर्स के सहायक सचिव जूडिथ जी. गार्बर ने किये था.
- साथ ही भारत का प्रतिनिधित्व संयुक्त सचिव मुनु महावर ने किया था.