इस्लामिक आतंकी संगठन आईएसआईएस भारत की जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी में हुए स्टूडेंट्स मूवमेंट का फायदा उठाना चाहते थे। भारतीय जांच एजेंसी एनआईए ने अपनी जांच में खुलासा किया है।
कन्हैया की गिरफ़्तारी के बाद बने थे हालात:
- इस्लामिक आतंकी संगठन आईएसआईएस ने जेएनयू में हुए स्टूडेंट्स मूवमेंट के बाद बने हालात को अपने अनुकूल बनाने का प्रयास किया था।
- जेएनयूएसयू के प्रेसिडेंट कन्हैया कुमार के भड़काऊ भाषण से उसकी गिरफ़्तारी के बाद देश के कई विश्वविद्यालय में ऐसे हालत बन गए थे, जिसका फायदा आईएसआईएस उठाना चाहता था।
- एनआईए ने अपनी जांच में खुलासा किया है।
- हाल ही में आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकियों की गिरफ़्तारी में हुगली के 19 साल के आशिक अली से पूछताछ में सामने आया कि, अली से कहा गया था की स्टूडेंट आन्दोलन का फायदा उठाये और गाड़ियों और टैंकर में आग लगा दे।
- आईएसआईएस की इंडिया विंग ‘जुनैद अल-खलीफा-ए-हिंद’ के लिए चुने गए तीन संदिग्ध आतंकियों में से आशिक अली एक है।
- एनआईए के मुताबिक, आईएसआईएस देश में स्टूडेंटस को भड़का कर शांति का माहौल ख़राब करना चाहता है।
- आशिक के मुताबिक, उससे स्विमिंग, जासूसी और मैपिंग के लिए कहा गया था।
- आशिक ने बताया की उससे कहा गया था कि, ‘उसे पहले शियाओं को निशाना बनाना है’।
- आशिक के मुताबिक, वो लोग पूर्व इंडियन मुजाहिदीन चीफ यासीन भटकल को भी जेल से छुड़वाना चाहते थे।
- आशिक ने ये भी बताया कि, उसे हिन्दू लड़कियों को भी लव जिहाद के जरिये फंसाना था।