भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने हाल ही में देश में एक साथ 104 उपग्रहों को लांच कर एक कीर्तिमान रचा था. बता दें कि इसरो के प्रक्षेपण यान pslv-c37 द्वारा एक साथ करीब 104 उपग्रह अंतरिक्ष में लांच किये गए थे, जिसके बाद भारत ने रूस को पीछे छोड़ते हुए एक इतिहास रच दिया था. जिसके बाद अब इसरो द्वारा एक और कारनामें को अंजाम दिया गया है. जिसके तहत 400 टन के रॉकेट के लिए सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण कर लिया गया है.
स्वदेश निर्मित है यह क्रायोजेनिक इंजन :
- भारत का अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो एक-एक कर इतिहास रच रहा है.
- जिसके तहत इस माह इसरो ने 2 सफल प्रक्षेपण व परीक्षण किये हैं.
- बता दें कि पहला प्रक्षेपण pslv-c37 यान द्वारा एक साथ 104 उपग्रहों को लांच कर किया गया है.
- वहीँ दूसरी ओर इसरो द्वारा 400 टन के रॉकेट के लिए सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया गया है.
- आपको बता दें कि यह इंजन स्वदेशी है जो खुद भारत के वैज्ञानिकों द्वारा निर्मित है.
- आपको बता दें कि इस इंजन का निर्माण भूतुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण वाहन जीएससलवी एमके तृतीय के लिए किया गया है.
- इसरो के अनुसार क्रायोजेनिक स्टेज सी 25 ने तमिलनाडु के तिरनेल्वेल्ली जिले स्थित प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में 640 सेकेंड के लिए उड़ान भारी है.
- बता दें कि इससे पहले प्रणालियों की पुष्टि करने के लिए इसरो द्वारा सी25 स्टेज का 25 जनवरी को 50 सेकेंड सफल उड़ान भरी थी.