भारतीय सेना ने अमरनाथ आतंकी हमले को सेना का ‘कोशिशों को पीछे धकेलने वाला कदम’ बताया। चिनार कोर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस. संधू ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति नियंत्रण में है और सेना आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।
अमरनाथ हमला सेना की ‘कोशिशों को पीछे धकेलने वाला कदम’-
- शनिवार को सेना ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति नियंत्रण में है।
- साथ ही बताया कि सेना आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।
- चिनार कोर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जे.एस. संधू ने अमरनाथ यात्रा हमले को सेना की ‘कोशिशों को पीछे धकेलने वाला कदम’ बताया।
- उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और सेना आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।
- संधू ने कहा कि सेना स्थितियों के खराब या चिंताजनक होने को लेकर अत्यधिक चिंतित नहीं है।
- उन्होंने साथ ही कहा कि घाटी के युवा ‘देश की सेवा के लिए तत्पर हैं’।
- उन्होंने बताया कि राज्य से सुरक्षा बलों में युवाओं की भारी संख्या में तैनाती से यह साबित होता है।
7 श्रद्धालुओं की गई थी जान:
- जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 10 जुलाई की रात 8 बजकर 20 मिनट पर अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला किया।
- यात्रियों की बस पर हुए आतंकी हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
- इस हमले में 19 श्रद्धालु जख्मी हुए हैं, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
- ये हमला अनंतनाग के बटेंगू इलाके में हुआ।
- मरने वाले सभी श्रद्धालुओं में पांच गुजरात के और दो महाराष्ट्र के थे।
- सभी मृतक में 6 महिलाएं और एक पुरुष शामिल थे।
- बता दें ये सभी श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन करके लौट रहे थे।
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