आज देश भर में राष्ट्रपिता महत्मा गाँधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्मदिवस मनाया जा रहा है। पूर्व पीएम शास्त्री (lal bahadur shastri) का जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक और सादगी से भरा हुआ है। शास्त्री जी के जन्मदिवस पर आज हम आपको उनके जीवन की ऐसी ही घटना के बारे में बतायेंगे जिसे उनके जीवन में काफी अहम माना जाता है।
दसवीं के दौरान हुई घटना :
- पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री बनारस के हरिश्चंद्र कॉलेज में अपनी 10वीं की पढ़ाई कर रहे थे।
- इस दौरान उनके हाथों से विज्ञान का प्रयोग करते हुए हाथ से एक उपकरण गिर कर टूट गया।
- वहां मौजूद विद्यालय कर्मी ने ये नजारा देखते ही शास्त्री जी के आकर थप्पड़ मार दिया था।
- थप्पड़ खाने के बाद शास्त्री जी ने कुछ नहीं कहा और वहाँ से चले गए।
- मगर जब शास्त्री जी रेलमंत्री बने तो वाराणसी में एक कार्यक्रम में पहुँचे थे।
- उस दौरान वह विद्यालय कर्मी भी वहां पहुँचे थे जिन्होंने शास्त्री जी को थप्पड़ मारा था।
- शास्त्री जी को देखते ही वे वहां से पीछे जाने लगे मगर शास्त्री जी ने उन्हें पहचान लिया।
- उन्होंने विद्यालय कर्मी के पास जाकर उनके पैर छुए और उन्हें गले लगाया।
- शास्त्री जी को ऐसा करते देख उनके सहपाठी भी हैरान रह गए थे।
रेलमंत्री रहते हुए पेश की मिसाल :
- रेलमंत्री रहते हुए शास्त्री जी की उदारता का उदाहरण आज भी दिया जाता है।
- साल 1956 में हुई ट्रेन दुर्घटना के बाद शास्त्री जी ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए त्यागपत्र दे दिया था।
- तत्कालीन पीएम नेहरु ने बताया कि उन्होंने शास्त्री जी का इस्तीफा एक मर्यादा के तौर पर याद किये जाने के कारण स्वीकार किया था।
- इसके अलावा शास्त्री जी ने पीएम रहते हुए भी अपनी सादगी की मिसाल पेश की थी।
- जब उनके बेटे को एडमिशन लेना था तो उसने अपने फॉर्म में पिता के व्यवसाय में प्रधानमंत्री की जगह सिर्फ सरकारी कर्मचारी लिखा था।
- शास्त्री जी मानते थे कि उन्हें पद देश सेवा के लिए मिला है, परिवार को लाभ दिलाने के लिए नहीं।