केंद्रपारा-ओडिशा में हुए पंचायती चुनावों के नतीजे घोषित हो चुके हैं.अगर चुनाव में जीते प्रत्याशियों की बात की जाए तो सब शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल हैं. आईआईटी ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, इंजिनीयर, पीएचडी और लॉ पास किये हुए प्रत्याशियों ने इन चुनावों में अपना डंका बजाया है.
पिछले चुनावों से दूर रहे ये प्रत्याशी
- गत वर्ष हुए ग्रामीण चुनावों में इन प्रत्याशियों का नामोनिशान नहीं था.
- लेकिन इस वर्ष इन्होने ग्रामीण विकास के चलते चुनावों में उतरने का निर्णय लिया.
- स्थानीय लोगों ने भी इनकी काबलियत पर विश्वास करते हुए सभी प्रत्याशियों को समर्थन दिया.
- जिसका नतीजा इनकी जीत से साफ़ झलक रहा है.
- हालांकि सभी शिक्षित प्रत्याशी इन चुनावों में नहीं जीते हैं.
- कुछ लोग हारे भी हैं. फिर भी इनके जज्बों में कोई कमी नहीं आई है.
राजनीति का मतलब पैसा कमाना नहीं, बल्कि बदलाव लाना होता है
- पचास वर्षीय निहार रंजन जो एक आईआईटी ग्रेजुएट हैं.
- उन्होंने अपनी उच्चस्तरीय नौकरी इन चुनावों में कदम रखने के लिए छोड़ दी.
- निहार रंजन ने दुमुका ग्राम इलाके से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
- पंचायत समिति का सदस्य बनने के लिए इस चुनाव में कदम रखा.
- अपनी जीत पर उन्होनें कुछ ऐसा कहा जो लोगों के दिल को छू लेगा.
- आम जनता की राय होती है लोग राजनीति में पैसा कमाने के लिए उतरते हैं.
- मैं लोगों की इसी राय को बदलने के लिए चुनाव में उतरा हूँ.
- लोगों ने मुझपर विश्वास किया है और मैं उस विश्वास पर खरा उतरूंगा.
देबाब्रत चौधरी एलएलएम और पीएचडी पास
- जोन 21 से जीत दर्ज करने वाले चौधरी जी 42 वर्षीय हैं.
- एलएलएम और पीएचडी पास करने के बाद ये भुवनेश्वर के एक कोलेज में पढ़ा रहे थे.
- अपनी नौकरी छोड़ इन्होनें ग्रामीण चुनावों की हलचल में कदम रख लिया.
- युवा छात्रनेता रह चुके ग्रामीण क्षेत्रों के लिए ये विकास में अपना अहम योगदान देना चाहते हैं.
- इनका मानना है ग्रामीण इलाकों के विकास कार्य हेतु काफी फण्ड आता है..
- दुर्भाग्यवश वो नेताओं की जेब में भ्रष्टाचार के हवाले हो जाता है.