मंगलवार, 29 नवम्बर को आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में दोहरा हमला करते हुए नगरोटा और सांबा सेक्टर को निशाना बनाया था । इस आतंकी हमले में भारतीय सेनाके 2 मेजर समेत 7 जवान शहीद हो गये थे। इस हमले बाद सेना द्वारा लगातार सर्च ओपरेशन चलाया जा रहा है । ऐसे में ये बात सामने आ रही है कि ये आतंकी अफजल गुरु की मौत का बदला लेने के इरादे से आए थे। बता दें कि नगरोटा में मारे गए आतंकियों के पास से कुछ पर्चे बरामद हुए हैं जिस पर उर्दू भाषा में लिखा हुआ है “अफज़ल गुरु शहीद के इन्तेकाम की एक और किश्त ।”
आतंकवादियों को मिल रहा है लोकल सपोर्ट
- नगरोटा में मारे गए आतंकियों के पास से बहुत से ऐसे सामान मिले हैं जो की भारत में बनाये गए थे ।
- गौरतलब हो कि नगरोटा क्षेत्र भारत-पाक सीमा से करीब 30 किमी दूर है।
- ऐसे में सेना से बचते हुए एक बार में यहाँ तक पहुंचना संभव नहीं है ।
- खुफिया सूत्रों कि माने तो इन आतंकियों ने करीब 6 दिन में हमले की प्लानिंग की थी।
- बता दें कि मारे गए आतंकियों ने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी।
- जो कि भारतीय सीमा में ही बनाई गई थी ।
- जिससे ये बात साफ़ हो जाती है कि आतंकियों को लोकल सपोर्ट मिल रहा है।
- लोकल और इंटेलिजेंस एजेंसियों से आतंकवादियों की मदद करने वालों की तलाश करने के लिए कहा गया है।
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