स्वामी विवेकानंद जो दुनिया भर में युवाओं के लिए एक मिसाल के तौर पर जाने जाते हैं. आज उनकी जयंती मनाई जा रही है. बता दें कि उनकी जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है जिसक मुख्य कारण उनका युवाओं में जोश का संचार करना है.
युवाओं के लिए थे प्रेरणादाई :
- स्वामी विवेकानंद हमेशा युवाओं में जोश देखना चाहते थे.
- इसके लिए उन्होंने कई प्रयास भी किये.
- यही नही उन्होंने युवाओं में शक्ति के संचार हेतु कई प्रेरणादायी बातें भी कहीं.
- जिसे पढ़कर और सुनकर युवा खुद में जोश को संचार होते महसूस कर सकते हैं
स्वामी के अनमोल वचन :
- उठो मेरे शेरों, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो, तुम एक अमर आत्मा हो,
- स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो, तुम तत्व नहीं हो, न ही शरीर हो,
- तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो.
- उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए.
- सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा.
- कभी मत सोचिए कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है. ऐसा सोचना सबसे बड़ा विधर्म है.
- अगर कोई पाप है, तो वो यह कहना है कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं.
- तुम अपनी अंतरात्मा को छोड़ किसी और के सामने सिर मत झुकाओ.
- जब तक तुम यह अनुभव नहीं करते कि तुम स्वयं देवों के देव हो, तब तक तुम मुक्त नहीं हो सकते.
- हम जितना ज्यादा बाहर जाएं और दूसरों का भला करें, हमारा हृदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमें बसेंगे.
- जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते.
- आध्यात्मिक दृष्टि से विकसित हो चुकने पर धर्मसंघ में बने रहना अवांछनीय है.
- उससे बाहर निकल कर स्वाधीनता की मुक्त वायु में जीवन बिताओ.
- उस व्यक्ति ने अमरत्व प्राप्त कर लिया है, जो किसी सांसारिक वस्तु से व्याकुल नहीं होता.
- अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे,
- तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाए उतना बेहतर है.