बीते दिनों जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए हमले की जांच NIA को सौंपी गयी है। इस हमले की शुरुआती जाँच में NIA ने एफआईआर दर्ज की है। इसके साथ ही जांच के दौरान टीम ने किसी भेदिया के होने की आशंका जताई है।
आतंकियों को पता था कमांडर का घर :
- राष्ट्रीय जाँच एजेंसी यानी NIA ने उरी हमले में जाँच के दौरान किसी गद्दार के होने की आशंका जताई है।
- उनके अनुसार आतंकियों को किसी ऐसे व्यक्ति की मदद मिली है जिसे पूरे कैंप के बारे में पता था।
- साथ ही उन्होंने बताया कि आतंकियों को सेना के कमांडर के दफ्तर से लेकर उनके घर तक का पता था।
- इसके अलावा उन्हें सुरक्षा में तैनात सैन्य टुकड़ी की आवाजाही की भी जानकारी थी।
- एजेंसी के अनुसार कैंप में बिना जान-पहचान के अंदर घुसना नामुमकिन बताया जा रहा है।
- ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कैंप की सुरक्षा एक किले की तरह है जिसे आसानी से भेदा नहीं जा सकता।
- इसके अलावा ब्रिगेड मुख्यालय के पास एक स्तिथ एक दुकान के मालिक एजाज अहमद ने भी एहम जानकारी दी है।
- उसके अनुसार इतने करीब रहने के बावजूद भी उनको कुछ पता नहीं था तो उस पार से आये लोगों के लिए ऐसा हमला मुश्किल था।
- साथ ही उसने कहा कि आतंकियों को इस जगह के बारे में पूरी सूचना दी गयी होगी।
- हालांकि जाँच एजेंसी ने पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान के लिए उनके डीएनए सैंपल्स अमेरिका भेज दिए है।
- जाँच एजेंसी के अनुसार यह डीएनऐ सैंपल्स जांच का एक अहम भाग साबित होंगे।
- इसके द्वारा जांच रिपोर्ट से पठानकोट एयरबेस हमले के मामले की तरह पाकिस्तान पर दबाव डाला जा सकेगा।