प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दो दिवसीय राजस्व ज्ञान संगम का उद्घाटन किया। इस मौके पर वित्त मंत्री अरूण जेटली और वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा भी पीएम के साथ मौजूद रहें। राजस्व ज्ञान संगम के उद्धाटन के मौके पर अपने सम्बोधन में पीएम ने टैक्स प्रणाली को आसान बनाने की बात कही। पीएम मोदी ने कहा कि वर्तमान टैक्स प्रणाली को और अधिक सरल बनाये जाने की जरूरत है, टैक्स प्रणाली ऐसी होनी चाहिए जिससे आम जनता आसानी से अपना सके और उसे यह प्रणाली समझ में भी आये।
- पीएम ने सीनियर टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन के एनुअल मीट में कहा कि अफसर टैक्स चुकाने वाले लोगों और विभाग के बीच सेतु की तरह कार्य करें।
- इस मौके पर पीएम ने अफसरों से अपील की कि वे इस दो दिवसीय ज्ञान संगम को कर्म संगम में तब्दील कर दें।
- राजस्व ज्ञान संगम के उद्घाटन के मौके पर अपने संबोधन में मोदी ने कहा कि टैक्स प्रणाली के लिए RAPID (रेवेन्यू, एकाउंटिबिलिटी, प्रोबिटी, इंफॉर्मेशन और डिजिटाइजेशन) लागू करने की जरूरत हैं।
- पीएम मोदी ने कहा, कि देश के लोगों को टैक्स भरने में कोई समस्या नहीं है, वे खुशी-खुशी टैक्स अदा करने को तैयार हैं पर उनकी सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
- पीएम ने कहा कि लोगों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगवाकर परेशान न करें, और हमारे ऑफिसर्स टैक्स पेयर्स के लिए मेंटर की भूमिका निभाएं।
10 करोड़ टैक्स पेयर्स का लक्ष्यः
- वहीं, राजस्व ज्ञान संगम सम्मेलन को संबोधित करते हुए वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि जैसी कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि हमें करदाताओं का विश्वास जीतना होगा, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे।
- उन्होने बताया कि देश में 5.43 करोड़ टैक्स पेयर्स हैं, और अफसरों को नया लक्ष्य देते हुए कहा, ‘हमें इस आंकड़े को बढ़कार 10 करोड़ करना है।
- इस दौरान राजस्व सचिव ने कहा कि अफसरों ने टैक्स लगाने और लेने की पॉलिसी पर कई सुझाव दिए हैं, टैक्स फैसिलिटेशन एक्ट बनाने का भी सुझाव आया है।