Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
India

PNB में 11500 करोड़ का देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला

पंजाब नेशनल बैंक में देश का बड़ा बैंकिंग घोटाला हुआ है. ये घोटाला करीब 11500 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बताया जा रहा है. पीएनबी ने बुधवार को शेयर बाज़ार को मुंबई स्थित शाखा में इस घोटाले की जनाकारी दी. इस घोटाले में कारोबारी नीरव मोदी का नाम सामने आया है. पीएनबी ने बताया कि कुछ खाताधारकों को लाभ पहुंचाने के लिए लेन-देन की गई. इन लेन-देन के आधार पर ग्राहकों को दूसरे बैंकों ने विदेशों में क़र्ज़ दिए थे. इस ख़बर के बाद पंजाब नेशनल बैंक के शेयर 10 फीसदी तक टूट गए हैं जबकि आरोपी नीरव मोदी का कोई पता नहीं है.

आरोपी नीरव मोदी देश छोड़कर भागा

वहीं, इस मामले में खुलासा हुआ है कि पीएनबी से नीरव मोदी ने 2000 करोड़ और मेहुल चौकसी ने 9000 करोड़ रूपये लिए थे. ये दोनों विदेशों से कच्चा हीरा आयात करते थे. सीबीआई ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. बैंक ने दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी करने की मांग की है. बताया जा रहा है नीरव देश के बाहर जा चुका है.  नीरव मोदी का नाम फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में भी 85वें नंबर पर है. लेकिन सवाल उठ रहा है कि लुकआउट नोटिस के पहले ही नीरव मोदी देश छोड़कर भागने में कामयाब कैसे रहा.

कौन हैं नीरव मोदी?

गलैमर की दुनिया में नीरव मोदी जाना माना नाम है. देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के नाम से हीरों का बड़ा ब्रांड हैं. नीरव मोदी दुनिया की डायमंड कैपिटल कहे जाने बेल्जियम के एंटवर्प शहर के मशहूर डायमंड ब्रोकर परिवार से ताल्लुक रखते हैं. एक वक्त ऐसा था कि वह खुद ज्वैलरी डिजाइन नहीं करना चाहता था लेकिन पहली ज्वैलरी डिजाइन करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.

कौन है मेहुल चौकसी?

देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में नीरव मोदी के साथ-साथ मेहुल चौकसी आरोपी हैं. मेहुल को नीरव का रिश्तेदार बताया जा रहा है और खुद भी गहनों का बड़ा कारोबारी हैं. मेहुल चौकसी ज्वैलरी की दुनिया का बहुत बड़ा नाम है. उनकी कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ का है. गीतांजलि का बिजनेस सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी फैला हुआ है.

देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला

दस दिन से भी कम के समय में यह बैंक धोखाधड़ी का दूसरा मामला सामने आया है. इससे पहले पांच फरवरी को सीबीआई ने अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनकी पत्नी, भाई और एक व्यापारिक भागीदार के खिलाफ वर्ष 2017 में पीएनबी के साथ 280.70 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज किया था. इसके बाद इस बड़े घोटाले से देश में भूचाल आ गया है. अब इस केस को सीबीआई के हवाले कर दिया गया है और PNB की शिकायत के बाद सीबीआई ने मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी एमी और मेहुल चिनूभाई चौकसी पर साजिश कर गलत तरीके से नुकसान पहुंचने का केस दर्ज किया है.

मामला नियंत्रण में: वित्त मंत्रालय

वित्त मंत्रालय ने पीएनबी के 11,500 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर जताई जा रही आशंकाओं को खारिज किया है और कहा है कि यह मामला ‘नियंत्रण के बाहर’ नहीं है और इसमें उचित कार्रवाई की जा रही है. इधर PNB के घोटाले के बाद AXIS बैंक ने कहा है कि उनको कोई नुकसान नहीं हुआ है.

सरकार ने दिए थे रिकॉर्ड सही करने के निर्देश

वित्त मंत्रालय ने सभी बैंकों को निर्देश दिया था कि वे अपने लेनदेन के रिकॉर्ड की नए सिरे से जांच करें, ताकि कोई संदिग्ध मामला हो तो वह सामने आ सके. साल 2011 में पंजाब नेशनल बैंक के एक डिप्टी मैनेजर ने इस बड़े लेन-देन को अंजाम दिया और  यह इसलिए पता चल पाया क्योंकि सभी बैंकों को यह आदेश वित्त मंत्रालय की तरफ से दिया था कि वो अपने लेनदेन के रिकॉर्ड को साफ-सुथरा करें. बैंक द्वारा कहा जा रहा है कि यह बैंकों के एनपीए को दुरुस्त करने के हमारे प्रयास का अंग है.

बैंक के 10 कर्मचारी सस्पेंड

इस महाघोटाले के मामले में बैंक के 10 कर्मचारी सस्पेंड कर दिए गए हैं और 2 पर एफआईआर भी दर्ज की गई है. सूहीरा कारोबारी नीरव मोदी के अलावा इस प्रकार का बड़ा लेन-देन करने वाले कई व्यापारियों की जाँच भी हो सकती है.  वहीँ नीरव मोदी के एक और 280 करोड़ के ट्रांजैक्शन की जांच पीएनबी की निशानदेही पर की जा रही है.

PNB ने पहले क्यों नहीं दी घोटाले की जानकारी

डूबे हुए कर्ज को लेकर PNB पहले ही मुश्किलों का सामना कर रहा है और ऐसे में सवाल उठ रहा है कि देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक ने आखिर इस पूरे घोटाले की जानकारी पहले सीबीआई को क्यों नहीं दी थी. वित्त मंत्रालय के निर्देशों के बाद इस बड़े घोटाले की बात सामने आई.

घोटाले के बाद पीएनबी की हालत

पंजाब नेशनल बैंक की शेयर बाजार में कुल कीमत यानी मार्केट कैपिटलाइजेशन 35 हजार 365 करोड़ रुपये आंकी गई है. घोटाले की खबर के बाद पीएनबी का शेयर 10 फीसदी तक गिर गया. पीएनबी शेयर के निवेशकों को कल 3844 करोड़ का नुकसान पहुंचा है. पीएनबी पर पहले से ही NPA का भारी दबाव है. पीएनबी का NPA यानी डूबा हुआ कर्ज करीब 57 हजार 630 करोड़ का है. NPA को लेकर RBI भी चिंता जाहिर कर चुका है.

Related posts

भारतीय बॉर्डर के पास चीनी सेना बंकर बनाकर कर रही है युद्धाभ्यास

Desk
3 years ago

रियाद समिट में डोनल्ड ट्रम्प ने भारत को बताया ‘आतंक का शिकार देश’!

Vasundhra
7 years ago

बीजेपी MP के बगावती तेवर, कहा-हर सीट पर उतारूंगा अपने उम्मीदवार

Kamal Tiwari
7 years ago
Exit mobile version