आज राज्यसभा में मात्र 18 सांसद ही उपस्थित थे। काफी इंतज़ार के बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही शुरू कर दी ।लेकिन कम सांसदों के बावजूद नोटबंदी के मुद्दे को लेकर राज्यसभा में हंगामा ,नारेबाजी और गतिरोध जारी रहा । नोटेबंदी को लेकर हंगामा कर रहे विपक्ष ने इसे राष्ट्रविरोदी और किसान विरोधी करार दिया । बता दें की विपक्षी सांसदों ने किसान विरोधी, गरीब विरोधी सरकार नहीं चलेगी जैसे नारेलगाये । नारे लगते हुए ये सांसद उपसभापति की सीट के करीब पहुंच गए। जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही पहले तो 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। लेकिन लगातार नारेबाज़ी और शोर-शराबे को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार 14 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई ।
केंद्र स्वीकार करे की नोटबंदी देशद्रोही निर्णय है: येचुरी
- राज्यसभा में आज मात्र 18 ही सांसद उपस्थित रहे
- थोड़ी देर इंतज़ार करने के बाद उपसभापति ने सदन की कार्यवाही शुरू कर दी
- लेकिन विपक्ष ने नोट बंदी को राष्ट्रविरोधी और किसान विरोधी बताते हुए शोर-शराबा और नारेबाजी शुरू कर दी
- हंगामें के दौरान विपक्ष नेता सीता राम येचूरी ने सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया।
- उन्होंने कहा कि आपको(केंद्र) स्वीकार करना पड़ेगा कि ये देशद्रोही निर्णय है।
- केंद्र सरकार ने देश के अन्नदाता (किसान) को इस फैसले से बर्बाद कर दिया है।
- वहीं बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि सरकार को अपने फैसले पर दूबारा सोचना चाहिए।
- ऐसा नहीं करने पर किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा।
- सरकार ने बड़े-बड़े धन्न सेठों को फायदा पहुंचा के लिए यह फैसला लिया है।
- मायावती ने नोटबंदी के जेपीसी जांच कराने की भी मांग की।
- आरजेडी अध्यक्ष शरद यादव ने बोला कि किसान को इस फैसले से नुकसान हुआ है।
- किसानों को बेहद कम कीमत पर धान बेचना पड़ा रहा है।
- केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवन ने इस पर कहा कि हमारे पास पर्याप्त खाद्यान्न है।
- नारेबाज़ी और शोर-शराबे को देखते हुए पहले तो सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित हुई
- लेकिन हंगामा कम न होता देख कर बाद में राज्यसभा की कार्यवाही बुधवार 14 दिसंबर तक स्थगित कर दी गई ।
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