गुजरात के विधानसभा चुनावों में जहाँ बीजेपी अपना अभेद किला बचाने में सफल रही है, तो वहीँ हिमाचल प्रदेश में भाजपा की बहुत बड़ी जीत हुई है, वहीँ गुजरात विधानसभा चुनाव नतीजों के मामले में भाजपा व कांग्रेस दोनों की टक्कर बेहद दिलचस्प रही है. जहाँ इस चुनाव में भाजपा का वोट शेयर काफी बढ़ा है, वहीँ इस बार गुजरात मे चुनावों में 7 प्रत्याशी ऐसे थे जिनकी संपत्ति 100 करोड़ से ज्यादा थी, लेकिन आज हम गुजरात विधानसभा के ऐसे अमीर BJP MLA (saurabh yashwant bhai patel) के बारे में बता रहे है, जो कि भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन अंबानी के दामाद भी हैं.
आलिशान बंगले और करोड़ों की संपत्ति (saurabh yashwant bhai patel):
- आपको बता दें कि बोतड से जीतने वाले बीजेपी कैंडिडेट सौरभ यशवंतभाई पटेल गुजरात की नई विधानसभा के सबसे अमीर MLA हैं, जो कि 124 करोड़ के मालिक भी हैं.
- वहीँ इन्होने अमेरिका के फिलेडेल्फिया कॉलेज से टेक्सटाइल मार्केटिंग में MBA किया है और एक सफल बिजनेसमैन भी हैं.
- सौरभ के पास गुजरात में तीन बंगले हैं, जिनकी कम्बाइन्ड कीमत 19.22 करोड़ है.
- सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात तो ये है कि इतनी संपत्ति के बावजूद इनके पास कोई कार नहीं है.
दामाद हैं अंबानी के:
- आपको बता दें कि सौरभ मुकेश अंबानी के दामाद भी हैं.
- इसनकी पत्नी ईला मुकेश और अनिल अंबानी की फर्स्ट कजिन हैं.
- इनके पिता रमणिकभाई अंबानी धीरूभाई अंबानी के बड़े भाई थे.
भाजपा की घटीं सीटें:
- आपको बता दें कि गुजरात चुनाव में भाजपा ने विरोधियों को हारकर एक बड़ी जीत हासिल कर ली है.
- वहीँ भाजपा का वोट शेयर अपने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस से भले ही काफी ज्यादा रहा, लेकिन फिर भी उसकी सीटें कम हो गई हैं.
- पूरे राज्य में भाजपा को 49.1 प्रतिशत वोट मिले जो वर्ष 2012 में मिले 47.9 प्रतिशत वोट से ज्यादा है.
- वहीँ अगर 2014 के लोकसभा चुनाव में मिले 59.1 प्रतिशत वोट शेयर से इसकी तुलना की जाए तो पार्टी को खासा नुकसान उठाना पड़ा है.
- बता दें कि कांग्रेस ने भी पिछले चुनाव के मुकाबले अपना वोट शेयर काफी बढ़ाया है.
- कांग्रेस को पांच साल पहले 38.9 प्रतिशत वोट मिले थे.
- जबकि इस चुनाव में बढ़कर 41.4 प्रतिशत हो गए हैं.
- वहीँ उन इलाकों में भी भाजपा का वोट शेयर कांग्रेस से काफी ज्यादा रहा है,
- जहां पार्टी ने ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की है.
- बता दें कि ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस का प्रदर्शन सीटों के हिसाब से काफी अच्छा रहा है
- लेकिन वोट यहाँ भी शेयर में भाजपा ने ही बाजी मारी है.
- वहीँ इसके बाद भी भाजपा को लेकर ये बड़ा सवाल उठ रहा है.
- क्यों इस चुनाव में वोट शेयर कांग्रेस से अच्छा होने के बाद भी भाजपा ने बड़ी जीत नहीं हासिल की है.
- भाजपा बहुमत के आंकड़े से केवल सात सीटें ही ज्यादा जुटा सकी है.
- शहरी क्षेत्रों की कई सीटों पर भाजपा ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है.
- यही वजह है कि भाजपा बहुमत के आंकड़े से केवल सात सीटें ही ज्यादा जुटा सकी.