गुरुवार 14 दिसंबर को भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा करते हुए कलवरी पनडुब्बी का उद्घाटन कर दिया गया है, इसके साथ ही कलवरी पनडुब्बी को भारतीय नौसेना को भी सौंप दिया गया है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कलवरी पनडुब्बी को भारतीय नौसेना को सौंपा, साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम का संबोधन भी किया, कार्यक्रम में भारतीय नौसेना के अधिकारी शामिल हुए थे, इसके साथ ही कलवरी पनडुब्बी कार्यक्रम में फ्रांस की नौसेना के भी कई अधिकारी शामिल हुए थे, कलवरी पनडुब्बी भारतीय नौसेना को मिलने के बाद समुद्र में नौसेना की ताकत में इजाफा हुआ है।
मेक इन इंडिया के तहत मिली देश को पहली पनडुब्बी कलवरी:
- गुरुवार को भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा किया गया है।
- जिसके तहत कलवरी पनडुब्बी का उद्घाटन कार्यक्रम गुरुवार को मुंबई में आयोजित किया गया था।
- कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शिरकत की थी।
- साथ ही उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित भी किया।
- अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेक इन इंडिया को जमकर प्रमोट किया।
- गौरतलब है कि, INS कलवरी पूरी तरह से भारत में ही बनायी गयी है।
- जिसका निर्माण मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड कंपनी ने बनाया है, साथ ही इसमें फ़्रांस की कम्पनी ने भी अपना सहयोग दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन:
- आज सवा सौ करोड़ भारतीयों के लिए बहुत गौरव का दिन है।
- मैं सभी देशवासियों को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई देता हूं
- पनडुब्बी को राष्ट्र को समर्पित करना, मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है।
- मैं देश की जनता की तरफ से भारतीय नौसेना को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं अर्पित करता हूं
- ये ‘Make In India’ का उत्तम उदाहरण है। मैं कलवरी के निर्माण से जुड़े हर श्रमिक, हर कर्मचारी का भी हार्दिक अभिनंदन करता हूं
- कलवरी के निर्माण में सहयोग के लिए मैं फ्रांस को भी धन्यवाद देता हूं।
- ये पनडुब्बी भारत और फ्रांस की तेजी से बढ़ती स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का भी एक उत्कृष्ट उदाहरण है
- कलवरी की शक्ति, या कहें टाइगर शार्क की शक्ति हमारी भारतीय नौसेना को और मजबूत करेगी
- कहा जाता है कि 21वीं सदी एशिया की है।
- ये भी तय है कि 21वीं सदी के विकास का रास्ता हिंद महासागर से होकर ही जाएगा।
- इसलिए हिंद महासागर की हमारी सरकार की नीतियों में विशेष जगह है। ये अप्रोच, हमारे विजन में झलकती है
- मैं इसे एक स्पेशल नाम से बुलाता हूं- S. A. G. A. R.- “सागर” यानि सेक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन
- हम हिंद महासागर में अपने वैश्विक, सामरिक और आर्थिक हितों को लेकर पूरी तरह सजग हैं, सतर्क हैं।
- इसलिए भारत की Modern और Multi-Dimentional नौसेना पूरे क्षेत्र में शांति के लिए, स्थायित्व के लिए आगे बढ़कर नेतृत्व करती है
- जिस तरह भारत की राजनीतिक और आर्थिक Maritime Partnership बढ़ रही है, क्षेत्रीय Framework को मजबूत किया जा रहा है, उससे इस लक्ष्य की प्राप्ति और आसान होती है
- दुनिया के देश, शांति और स्थायित्व के मार्ग में भारत के साथ चलना चाहते हैं।
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