[nextpage title=”सेना का सेवादारी सिस्टम बना गुलामी सिस्टम” ]
भारतीय आर्मी पिछले कई महीनों से विवादों में घिरती नजर आ रही है. पहले तेज़ बहादुर का सेना में दिए जाने वाले खाने पर जारी विडियो आग पकड़ता नजर आया. उसके बाद सेना में व्याप्त सेवादारी प्रणाली पर मैथ्यू का वीडियो और फिर उनकी मौत. अब भारत के एक और जवान सिंधव जोगीदास का वीडियो आज तेज़ी से वायरल हो रहा है. सिन्धव ने सेना के अधिकारयों पर काफी आरोप लगाये हैं. जिसपर सेना ने भी सफाई दी है.
पीएम और रक्षा मंत्रालय से भी कोई जवाब नहीं
- जोगीदास ने कहा कि केवल सेना में ही सेवादारी सिस्टम की मान्यता है.
- सेवादारी सिस्टम की आड़ में हमारे साथ गुलामी होती है.
- सिन्धव बोले सेना मेरे आरोपों को गलत ठहराएगी.
- सेना द्वारा जारी व्हाट्सएप नम्बर पर भी कई बार शिकायत की.
- लेकिन मेरी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई.
- उन्होंने कहा केवल जवानों के साथ ही बुरा बर्ताव होता है.
[/nextpage]
[nextpage title=”सेना का सेवादारी सिस्टम बना गुलामी सिस्टम” ]
https://youtu.be/KREO3FmtPuA
[/nextpage]
[nextpage title=”सेना का सेवादारी सिस्टम बना गुलामी सिस्टम” ]
शिकायत करने पर मिली सात दिन की कस्टडी
- जोगीदास ने कहा प्रधानमन्त्री और रक्षा मंत्रालय को चिट्ठी लिखने पर
- मुझे सात दिन आर्मी कस्टडी में रखा गया.गलत आरोप लगाकर कोर्ट ऑफ़ इन्क्वायरी बैठा दी.
- मेरे शिकायत करने के बाद ही मुझ पर गलत आरोप लगाये जा रहे हैं.
- जोगीदास ने साफ़ कहा कि ऐसा लगता है संविधान और कानून केवल जवानों के लिए हैं.
- अधिकारियों के लिए कोई नियम क़ानून नहीं है.
- जोगीदास ने अपील की है कि मेरे मामले में अगर सुनवाई हो तो
- सैन्य अधिकारियों के साथ साथ बाहर के लोग भी शामिल हों.
सेना का आरोपों से साफ़ इनकार
- सेना का अभी इस वीडियो पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है.
- सूत्रों के अनुसार सेना में तैनात अधिकारियों ने कहा है कि
- जोगीदास द्वारा लागाया जा रहा गुलामी का आरोप गलत है.
- उसे अनुशासनहीनता के लिए दंड दिया था.
- सेना की छवि खराब करने के लिए उसने ये कदम उठाया है.
- सेना ने कहा कि उसे सेना में तैनाती साफ़ सफाई की देख रेख के लिए मिली है.
- जोगीदास का रिकॉर्ड सही नहीं है. उस पर काफी आरोप लगे हैं
- साल 2016 में उसने अस्पताल के बिस्तरों की सफाई करने से मना कर दिया था.
- प्रधानमन्त्री कार्यालय ने इन्हीं सब आधारों पर उसकी शिकायत पर गौर नहीं किया.
[/nextpage]