यूजीसी के ऑडिट पैनल ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ‘एच’ यानि हिंदू और ‘एम’ यानि मुस्लिम शब्द हटाने की सिफारिश की है.यह अहम सुझाव अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में ऑडिट करने वाले पांच सदस्यीय पैनल की ओर से आया है.
H और M को लेकर छिड़ी बहस
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के नाम से जल्द ही हिंदू और मुस्लिम शब्द हटाए जा सकते हैं.
- दरअसल सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ को लेकर की गई एक सरकारी ऑडिट में ये शब्द हटाने की सलाह दी है.
- यूजीसी ने 10 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में कथित अनियमितता की शिकायतों की जांच के लिए मानव संसाधन मंत्रालय के निर्देश पर 25 अप्रैल को पांच सदस्यी कमेटी गठित की थी.
- हालांकि एएमयू की जांच समिति के दायरे में बीएचयू नहीं थी.
- लेकिन इस मामले में बीएचयू का भी ज़िक्र किया गया है.
सरकार ने किया नाम बदलने के निर्णय से इंकार
- समिति ने विश्वविद्यालयों के सेक्युलर चरित्र को प्रदर्शित करने के मकसद से ये धर्मसूचक शब्द हटाने की सिफारिश की है.
- अब इस मामले में पैनल की इस सिफारिश के बाद दोनों यूनिवर्सिटी में बहस छिड़ गई है.
- सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि आखिर ऐतिहासिक महत्व के इन दोनों विश्वविद्यालयों के नाम से अब कैसे छेड़छाड़ की जा सकती है.
- जबकि इसपर HRD मिनिस्टर का बयान भी आ गया है.
- उन्होंने कहा है कि BHU और AMU का नाम बदलने का सरकार का कोई निर्णय नहीं है.