Uttar Pradesh News, UP News ,Hindi News Portal ,यूपी की ताजा खबरें
India

शिवसेना ने कहा- सीएम बनने से पहले महबूबा मुफ्ती को बोलना पड़ेगा ‘भारत माता की जय’

जम्‍मू कश्‍मीर में पीडीपी और बीजेपी की गठंबधन सरकार  बनने को शिवसेना ने  अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि महबूबा मुफ्ती को सरकार बनाने से पहले भारत माता की जय बोलकर देशभक्‍त होने का सबूत देना पड़ेगा। शिवसेना ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती जम्मू कश्मीर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले भारत माता की जय बोलें

mehooba mufti

शिवसेना इससे पहले भी जम्‍मू कश्‍मीर की इस गठबन्‍धन सरकार पर सवाल उठाती र‍ही है। शिवसेना ने आज जम्‍मू कश्‍मीर की सियासत पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि संसद पर हमला करने वाले अफजल गुरु को महबूबा और पीडीपी ने आतंकी नहीं माना है। अब उनकी क्या राय है।

शिवसेना ने ये सवाल करके बीजेपी के लिए भी मुश्किल खड़ी की है क्योंकि जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ ही बीजेपी सरकार बनाने जा रही है। भारत माता की जय का विवाद मोहन भागवत के बयान से ही शुरू हुआ था जब उन्होंने कहा था कि लोगों को सिखाना पड़ता है कि भारत माता की जय बोलो।

इसके बाद ओवैसी ने भारत माता की जय कहने से मना कर दिया। लेकिन मोहन भागवत भारत माता की जय पर अपनी सोच पर कायम हैं। दो दिन पहले भारत माता की जय के विवाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली का बयान आया था. जेटली ने कहा है कि भारत माता की जय नहीं कहने वाले अगर जय हिंद कह रहे हैं तो ये भी हमारी जीत है. ‘भारत माता की जय’ कहने से इनकार करने पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असादुद्दीन ओवैसी पर प्रहार करते हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने सवाल किया कि मां को पूजने में गलत क्या है।

नायडू ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘हर बात का अतिवादी अर्थ निकालना और उसका उपहास उड़ाना आजकल फैशन बन चला है। मेरी जान ले ली जाए तो भी मैं भारत माता की जय नहीं कहूंगा।

ओवैसी का नाम लिए बगैर ही नायडू ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान, ‘वंदे मातरम’ ने सभी भारतीयों को एकजुट किया था। उसका मतलब, मां आपको प्रणाम। क्या माता? ईसाई माता नहीं, हिंदू माता नहीं, मुस्लिम माता नहीं, अगड़ी माता नहीं, पिछड़ी माता नहीं। माता तो माता है। उसमें आपत्ति क्या है। क्यों ऐसा कहा जाता है कि उसमें पूजा है। किस धर्म ने माता की पूजा करने को नहीं कहा है। मुझे बताइए। मैं जानने की कोशिश कर रहा हूं। मैं बहस के लिए तैयार हूं. ’’ यह आरोप लगाते हुए कि ऐसे बयान वोटबैंक राजनीति के लिए दिये जाते हैं, नायडू ने सवाल किया कि क्या वही (ओवैसी ही) मुसलमानों के नेता हैं।

 

Related posts

26 जून : जानें इतिहास के पन्नों में आज का दिन क्यों है ख़ास!

Deepti Chaurasia
7 years ago

वेतन के मामले में महिलाएं 150 साल बाद कर पाएंगी पुरुषों की बराबरी!

Vasundhra
8 years ago

आधार की जगह करें वर्चुअल आईडी का इस्तेमाल

Shivani Awasthi
7 years ago
Exit mobile version