गौर से देखिये ये तस्वीरें यूपी सरकार के स्वास्थ्य विभाग की हकीकत बताने के लिए काफी हैं। पिछली कई घटनाओं के बाद भी स्वास्थ्य विभाग (ambulance negligence) सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी लखनऊ में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई ही है।
आज रिटायर होंगे 5 आईएएस अधिकारी!
- साथ ही स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी उजागर हुई है।
- यहां एक बुजुर्ग मरीज को कई बार फोन करने के बाद भी एम्बुलेंस ना मिलने से अधमरी हालत में रिक्शे से ट्रॉमा सेंटर तक ले जाना पड़ा।
- मरीज को लेकर गए युवक ने सिर्फ इतना बता पाया कि वह निशातगंज से उसे लेकर आया है।
- कई बार एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई।
चौथा सोमवार: यूपी के मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़!
- हालत गंभीर देखते हुए बुजुर्ग को रिक्शे से ले आना पड़ा।
- वहीं ट्रॉमा सेंटर में घोर लापरवाही देखने को मिली।
- यहां सरकार और स्वास्थ्य विभाग के दावे फेल होते नजर आये।
हरदोई : डकैतों, चोरों से निपटने के लिए पिहानी SO की सराहनीय पहल!
- ट्रॉमा में आधे घंटे तक स्ट्रेचर ना मिलने से पीड़ित मरीज को लेकर रिक्शे पर बैठा रहा।
- फ़िलहाल बुजुर्ग को ट्रॉमा में भर्ती कराया गया है।
- हालांकि इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है।
ठेकेदारों को नहीं मिला सामान तो कैसे हो काम, प्रदर्शन!
इससे पहले भी कई मामले आ चुके सामने
- एम्बुलेंस 102 और 108 की लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है।
- इससे पहले भी आप ने कई किस्से सुने होंगे इनमें एम्बुलेंस ड्राइवर कभी ईंधन, कभी पंचर होने का बहाना बनाते अक्सर दिखते हैं।
- कहीं ड्राइवर फ़ोन उठाकर आने से मना कर देता है तो कहीं हॉस्पिटल एम्बुलेंस देने से मना कर देता है।
- ऐसे में हर हाल में परेशानी मरीज को ही होती है।
वीडियो: पासपोर्ट कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल!
- 13 जून 2017 को सहारनपुर जिले में एक महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही।
- इसका कारण ये था कि एम्बुलेंस में तेल नहीं था।
- यहां एक गर्भवती महिला को सीएचसी गंगहो से जिला हॉस्पिटल रेफ़र किया गया था।
- इसके लिए एम्बुलेंस 108-102 को कॉल किया गया।
- लेकिन एम्बुलेंस के ड्राईवर ने आने से मना कर दिया।
- उसने कहा था कि एम्बुलेंस में तेल नहीं है।
- प्रसव पीड़ा से महिला घंटों कराहती रही, लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई।
- बाद में किसी प्रकार परिजनों ने प्राइवेट एम्बुलेंस के जरिये महिला को जिला अस्पताल पहुंचाया।
तमंचे की नोक पर 5 युवकों ने महिला से किया गैंगरेप!
- 13 जून 2017 को यूपी के उन्नाव जिले में भी अस्पताल की लापरवाही ने बच्चे की जान ले ली।
- यहां प्रसव पीड़ित महिला को (ambulance negligence) हॉस्पिटल में भर्ती करने के बदले स्टाफ नर्स ने 500 रूपये की मांग की थी।
- महिला ने हॉस्पिटल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया था।
- एम्बुलेंस ना मिलने से बच्चे की इलाज के अभाव में गेट पर ही मौत हो गई थी।
- महिला और साथ में आये परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा किया था।
वीडियो: एसपी बंगले के पास युवती पर तेजाब से हमला!
- 16 जून 2017 को राजधानी के मोहनलालगंज में सामने आया।
- यहां एम्बुलेंस ना मिलने से एक प्रसूता ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया।
- प्रसव पीड़ा से तड़प रही प्रसूता एम्बुलेंस की राह देखती रही लेकिन सरकारी सेवा नहीं पहुंची थी।
- बता दें कि एम्बुलेंस सेवा को पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए जा रहे हैं।
- मरीजों को अटेंड करने के लिए डॉक्टरों की टीम मौके पर होने की बात की जा रही है।
- लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी एम्बुलेंस सेवा की लापरवाही (ambulance negligence) कम नहीं हो रही है।
https://youtu.be/5TGi10drfKE