दीपा करमाकर ने शनिवार को इतिहास रच दिया। वह ओंलपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट बन गई। 22 वर्षीय जिम्नास्ट ने अंतिम क्वालीफाइंग और टेस्ट इवेंट में शानदार प्रर्दशन कर रियो ओलंपिक का टिकट कटाया। उन्होंने इस इवेंट में 52,698 अंक हासिल कर अगस्त में होने वाले ओलंपिक खेलों की कलात्मक जिम्नास्टिक्स में जगह बनाई। इसके बाद उन्होंने वाल्ट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर सनसनी फैला दी।
विश्व स्तर पर ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी भारतीय महिला ने स्वर्ण पदक जीता है। दुनिया के कई बड़े जिम्नास्टों के बीच दीपा का यह कारनामा अपने आपमें बहुत बड़ी उपलब्धि है। ओंलपिक के लिए क्वालीफाई करके दीपा ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवा लिया है।
गौरतलब है कि दीपा को टेस्ट इवेंट के लिए रिजर्व लिस्ट में रखा गया था। बीते महीने ही दीपा को बताया गया कि वह भारत की मुख्य टीम में शामिल कर ली गई है। अपने चयन को साबित करते हुए दीपा ने वॉल्ट में भी मौका हासिल किया। इस इवेंट में दीपा ने 2015 एशियन चैपियनशिप में कांस्य जीता था। इसके अलावा उन्होंने 2014 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक भी अपने नाम किया था।