होमगार्ड स्थापना दिवस समारोह में बुधवार को जेल रोड स्थित होमगार्ड्स मुख्यालय के परेड ग्राउंड में काफी जोश देखने को मिला। डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। इस दौरान अनिल राजभर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण, होमगार्ड, प्रांतीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा उत्तर प्रदेश मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि सीएम योगी नहीं पहुंचे
- राजधानी लखनऊ के जेल रोड स्थित होमगार्ड्स मुख्यालय के परेड ग्राउंड पर बुधवार सुबह 55वां होमगार्ड स्थापना दिवस मनाया गया।
- ये कार्यक्रम आगामी 15 दिसंबर तक चलेगा।
- सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के द्वारा जारी विज्ञापन के अनुसार दो दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों सुबह 9:30 बजे होना था।
- लेकिन कैबिनेट मीटिंग की व्यस्तता के चलते वह कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।
रैतिक परेड में दिखा जोश
- कार्यक्रम के दौरान होमगार्ड रैतिक परेड मान-प्रणाम स्वीकार किया गया।
- इसके साथ ही होमगार्ड कल्याण प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया।
- समारोह के दौरान होमगार्ड्स के कदमताल के साथ उनका जोश देखते ही बन रहा था।
- डीजी होमगार्ड ने राज्यमंत्री के दौरान परेड का जायजा लिया।
- कार्यक्रम में होमगार्डों ने रूटमार्च किया और एनडीआरएफ के साथ प्रदर्शनी भी लगाई।
- कार्यक्रम में डीजी होमगार्ड ने अपने संबोधन में कहा कि रोजाना 50 हजार से ज्यादा होमगार्ड्स शहरी व ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक संभालते हैं।
बॉर्डर पर भी होगी तैनाती
- डीजी होमगार्ड ने बताया कि अभी तक पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कानून व्यवस्था में सहयोग देने वाले होमगार्ड अब बॉर्डर पर भी मोर्चा संभालेंगे।
- उन्हें नेपाल समेत यूपी से जुड़ती अन्य सीमाओं पर तैनात करने की योजना बनाई जा रही है।
- शुरुआती दौर में 1400 होमगार्ड (14 कंपनी) जवानों की ड्यूटी लगाई जाएगी।
- एक कंपनी में 95 होमगार्डो के साथ एक कंपनी कमांडेंट, एक सहायक कंपनी कंमाडेंट व तीन प्लाटून कमांडर रहेंगे।
- ये सभी बॉर्डर पर एलआइयू की तर्ज पर काम करेंगे।
- सभी होमगार्ड क्षेत्रीय होंगे, जिससे उन्हें सीमा पर हो रही प्रत्येक गतिविधि की पल-पल की जानकारी मिलती रहे और वह साथी एसएसबी जवानों को इससे वाकिफ कराते रहें।
एनडीआरएफ के साथ पा चुके प्रशिक्षण
- यूपी 100 परियोजना में भी बड़ी संख्या में होमगार्ड्स की तैनाती की गई है।
- यूपी पहला ऐसा राज्य है जहां सॉफ्टवेयर के जरिए होमगार्डों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
- आपदा में मदद के लिए होमगार्ड के 500 अधिकारियों और 600 से अधिक होमगार्ड को एनडीआरएफ व अन्य विशेषज्ञ इकाइयों से प्रशिक्षित किया जा चुका।
- उन्होंने दुख जताते हुए कहा, अब तक लगभग 1250 होमगार्ड्स ड्यूटी के दौरान जान गंवा चुके हैं।