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हिन्दू धर्म में बहुत ही खास और धूम-धाम से मनाया जाने वाला दशहरा का पर्व आज पूरे देश में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. वहीँ दशहरा को विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में एक जगह ऐसी भी है जहां रावण के डर से कोई भी यहां दशहरा (mysterious village dussehra) नहीं मनाता है.
अगले पेज पर जाने इसका रहस्य…
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रावण के भय में जीता गाँव (mysterious village dussehra):
- बता दें, विजय दशमी के दिन ही भगवान श्री राम ने लंका पति रावण का वध करके विजय पाई थी.
- इसीलिए दशहरा के इस पर्व को विजयादशमी के रूप में भी जाना जाता है.
- वहीँ इस साल दशहरा आज 30 सितंबर यानि शनिवार को मनाया जा रहा है.
- लेकिन आज हम आपके लिए एक ऐसी खबर लेकर आये हैं.
- जिसे शायद ही पहले कभी किसी ने सुना होगा.
- जी हां ग्रेटर नोएडा (mysterious village dussehra) से लगभग 10 किलोमीटर दूर बसा गांव बिसरख में दशहरा नहीं मनाया जाता है.
तो इसलिए नहीं बनता यहां दशहरा:
- बता दें कि इस गाँव में ना ही कभी राम लीला होती है और ना ही कभी रावण दहन होता है.
- एक माइथोलॉजी के अनुसार रहस्यों से भरा बिसरख गांव रावण का पैतृक गांव है.
- जी हां यहीं पर सबसे क्रूर और राक्षसों के रजा रावण का जन्म हुआ था.
- इसीलिए जहां पूरे देश में दशहरा कारव धूम धाम से मनाया जाता है.
- वहीँ एक तरफ इस गाँव में सभी लोगों के लिए ये मातम भरा होता है.
- सच में काफी अनोखी परम्परा है इस गाँव की.
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