उत्तर प्रदेश में डेंगू के साथ ही अब वायरल से पीड़ित मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है, जिसके तहत शुक्रवार को प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई गयी थी।
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मंत्रियों ने अधिकारियों को लगाई फटकार:
- डेंगू और वायरल से पीड़ितों की संख्या में इजाफा होने के चलते शुक्रवार को राजधानी में प्रदेश स्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई गयी थी।
- जिसमें मंत्रियों ने अधिकारियों को जमकर फटकारा।
- बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, सीएमएस और अपर निदेशक स्तर के अधिकारियों को कमीशनखोर तक कह दिया गया।
- इतना ही नहीं पीड़ितों के इलाज में लापरवाही बरतने पर एफआईआर तक दर्ज कराने की बात कही गयी।
50 फ़ीसदी अधिकारी कमीशनखोर:
- समाजवादी पार्टी के समीक्षा बैठक राजधानी लखनऊ के एक होटल में आयोजित की गयी।
- बैठक में स्वास्थ्य मंत्री शिवप्रताप सिंह यादव ने कहा कि, विभाग के 50 फ़ीसदी लोग कमीशनखोर हैं।
- वहीँ उत्तर प्रदेश के दूर-दराज इलाकों के डॉक्टर तो बिना चढ़ावा लिए मरीजों को हाथ भी नहीं लगाते हैं।
- उन्होंने ये भी कहा कि, अधिकारियों को चेतावनी दिए जाने के बावजूद वो नहीं सुधर रहे हैं।
- स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि, अस्पताल इलाज तो कर रहे हैं, लेकिन कुछ अस्पतालों में मरीजों के साथ लापरवाही बरती जा रही है।
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केंद्र सरकार पर हमला:
- बैठक में मौजूद मातृ एवं शिशु परिवार कल्याण राज्यमंत्री रविदास मेहरोत्रा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
- उन्होंने कहा कि, केंद्र की तरफ से यूपी को बजट नहीं दिया जा रहा है।
- राज्यमंत्री ने कहा कि, हमने 60 हजार मच्छरदानी मांगी गयी थी, लेकिन सिर्फ 8 हजार मच्छरदानी ही मिली हैं।
- उन्होंने ये भी कहा कि, समय पर सारी व्यवस्था उपलब्ध होती तो डेंगू के मरीज ना बढ़ते।