उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में एक युवा कलाकार ने ताश के पत्तों से रियो के मकराना स्टेडियम के मॉडल को तैयार किया है।
‘रियो के रंग’ में संगम नगरी:
- संगम नगरी इलाहाबाद के निशांत झा ने ताश के पत्तों से ओलंपिक के मुख्य स्टेडियम का मॉडल तैयार किया है।
- संगम नगरी में रियो ओलंपिक का जादू सभी के सर चढ़कर बोल रहा है।
- यह मॉडल ताश के करीब डेढ़ हजार से ज़्यादा पत्तों से तैयार किये गए स्टेडियम के तीन फिट के मॉडल में न तो किसी किस्म का सपोर्ट है और न ही ताश के पत्तों को आपस में चिपकाया गया है।
- निशांत झा ने इस मॉडल को तकरीबन तेरह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तैयार किया है।
- स्टेडियम के इस मॉडल के ज़रिये कलाकार निशांत झा ने ओलम्पिक में गए भारतीय दल को ख़ास अंदाज़ में शुभकामनाएं दी हैं।
- ताश के पत्तों से तैयार इस ओलम्पिक स्टेडियम का मॉडल बहुत ही कुशलता से बनाया गया है।
- निशांत बीएससी की पढ़ाई कर रहे हैं और इससे पहले भी कई ख़ास मौकों पर ताश के पत्तों के ज़रिये तमाम मॉडल बना चुके हैं।
- ताश के पत्तों से मॉडल तैयार करने में निशांत को महारत हासिल है।
- निशांत का कहना है कि, जिस तरह उनके पत्ते किसी सहारे के बिना भी खड़े होकर कमाल करते हैं उसी तरह भारतीय खिलाड़ी भी विपरीत हालात में इस बार ढेरों मैडल जीतकर देश का सिर गर्व से ज़रूर ऊँचा करें।
- रियो में छह अगस्त से शुरू हो रहे ओलम्पिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए संगम के शहर इलाहाबाद में “स्पेशल गुडलक सांग” भी तैयार किया गया है।
- जिसका टाइटल “ढेरों मेडल जीतना है” रखा गया है।