उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीते कई दिनों से मुख्यमंत्री अखिलेश द्वारा कांग्रेस के साथ गठबंधन के कयास लगाये जा रहे हैं, जिसके 13 जनवरी को समाजवादी साइकिल पर सुनवाई के दौरान यह पूरी तरह से स्पष्ट हो चुका है कि, मुख्यमंत्री अखिलेश अपनी पार्टी में मचे घमासान के बीच कांग्रेस से गठबंधन कर सकते हैं।
अखिलेश का पक्ष रखने पहुंचे कपिल सिब्बल:
- समाजवादी पार्टी में मचे घमासान के बीच यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि, मुख्यमंत्री अखिलेश कांग्रेस से गठबंधन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
- ज्ञात हो कि, समाजवादी साइकिल पर झगड़ा चुनाव आयोग पहुँच चुका है।
- जिसके तहत 13 जनवरी को आयोग ने अंतिम सुनवाई के लिए समय दिया था।
- इस दौरान आयोग के सामने मुख्यमंत्री अखिलेश का पक्ष रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल पहुंचे थे।
कांग्रेस ने भेजी अखिलेश यादव को मदद:
- शुक्रवार 13 जनवरी को चुनाव आयोग में समाजवादी साइकिल को लेकर अंतिम सुनवाई के लिए समय दिया था।
- जिसके तहत अखिलेश यादव का पक्ष रखने के लिये कपिल सिब्बल चुनाव आयोग पहुंचे थे।
- सूत्रों के अनुसार, अखिलेश यादव की मदद के लिए कांग्रेस द्वारा ही कपिल सिब्बल को आयोग भेजा गया था।
- वहीँ कई विशेषज्ञों के मुताबिक, कांग्रेस ने कपिल सिब्बल को अपने रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कहने पर वहां भेजा है।
जल्द हो सकता है गठबंधन का ऐलान:
- शुक्रवार को चुनाव आयोग में अखिलेश की मदद के लिए कपिल सिब्बल पहुंचे।
- जिसके बाद ऐसा कहा गया कि, अखिलेश यादव के पक्ष को मजबूत करने के लिए कपिल सिब्बल को भेजा गया था।
- यदि प्राप्त जानकारी को सही माना जाए तो जल्द ही मुख्यमंत्री अखिलेश कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकते हैं।