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बसपा प्रमुख मायावती के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करके चौतफा हमलों से घिरे दयाशंकर सिंह को मऊ कोर्ट की तरफ से बड़ी राहत मिली है। 50 हजार रूपये के निजी मुचलके पर जमानत मिलने के बाद रविवार को उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया। दयाशंकर सिंह के जेल से बाहर आने के बाद एक बार फिर सूबे की सियासत गर्मा गयी है। एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो चुका है।
- जेल से बाहर आने के बाद पूर्व भाजपा नेता ने मायावती को चुनौती दी है।
- दयाशंकर सिंह ने कहा कि अगर मायावती में हिम्मत है तो उनकी पत्नी स्वाति सिंह के खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।
- दयाशंकर ने एक बार फिर बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेस करके मायावती को यह चुनौती दी।
- इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनकी पत्नी स्वाति सिंह भी साथ में मौजूद रहीं।
- पत्रकारों ने जब स्वाती सिंह के चुनाव लड़ने का सवाल किया तो, दयाशंकर आक्रमक नजर आयें।
- सवाल के जवाब में कहा कि स्वाति मायावती के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
- मायावती में दम है तो वो उत्तर प्रदेश की किसी भी अनारक्षित सीट से उनकी पत्नी के खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं।
हाईकोर्ट ने दयाशंकर को दिया बडा झटका
वीडियो देखें अगले पेज परः
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https://www.youtube.com/watch?v=JFZ2Lu9kA7M&feature=youtu.be
सपा को है डरः
- इस दौरान दयाशंकर सिंह ने प्रदेश की समाजवादी सरकार पर भी हमला बोला।
- पूर्व भाजपा नेता ने कहा कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी के खिलाफ ठोस सबूत होने के बावजूद लखनऊ पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।
- सरकार कार्यवाही नहीं कर रही है क्योंकि शायद सपा को मुस्लिम वोट बैंक के नाराज होने का डर है।
सामने आयी टीसः
- बातचीत में दयाशंकर सिंह ने कहा कि उन्होंने भूल से मायावती के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया था।
- जिसका खामियाजा उन्हें जेल जाकर चुकाना पड़ा और पार्टी ने भी कारवाई करते हुए उन्हें निष्काषित कर दिया था।
- लेकिन उनकी 12 साल की बेटी , पत्नी और 80 साल की मां को अपशब्द कहने वाले बसपा के नेता खुले में घूम रहे हैं।
- उन्होने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।