उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में राजनैतिक दलों का अपराधियों और करोड़पतियों से प्रेम कम राजनैतिक दलों ने आपराधिक रिकार्ड रखने वाले प्रत्याशियों को टिकट दिया है।
- छठे चरण में विभिन्न राजनैतिक दलों से 20 फीसदी अपराधी तो 25 फीसदी करोड़पतियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
- अब तक हुए पांच चरणों के चुनावों का औसत खासा ज्यादा है।
- अपराधियों को टिकट देने के मामले में इस चरण में बसपा 49 फीसदी के साथ सबसे आगे है जबकि भाजपा 40 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर है।
- छठे चरण में 28 फीसदी दागी सपा के टिकट से तो 20 फीसदी कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं।
बसपा 41 फीसदी अपराधियों को दिया टिकट
- उतर विधनासभा के छठे चरण के प्रत्याशियों के आपराधिक, आर्थिक व शैक्षणिक रिकार्ड की विस्तृत समीक्षा प्रदेश के बाद एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) व यूपी इलेक्शन वॉच ने जो रिपोर्ट जारी की है।
- उसके मुताबिक बड़े पैमाने पर बाहुबली व धनबली चुनाव मैदान में ताल ठोंक रहे हैं।
- एडीआर ने छठे चरण में नामांकन करने वाले सभी 635 प्रत्याशियों के नामांकन दाखिल करते समय दिए गए शपथपत्रों के आकलन के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है।
- एडीआर की रिपोर्ट जारी करते हुए प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य डॉ. अजय प्रकाश व समन्वयक अनिल शर्मा ने बताया कि गंभीर अपराधियों को टिकट देने के मामले में बसपा 41 फीसदी के साथ सबसे आगे है।