बसपा छोड़कर हाल ही में भाजपा का दामन थामने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा से निष्कासित पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें नैतिकता के आधार पर हटाया था। मौर्य ने कहा कि जब कानून आगे आता है, तो हमारी पार्टी पीछे हो जाती है। कानून अपना काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही स्वामी ने भाजपा आलाकमान को सलाह देते हुए कहा कि अब पार्टी को उनकी वापसी पर विचार करना चाहिए।
- गौरतलब है कि बीएसपी बॉस मायावती पर अमर्यादित टिप्पणी करके विवादों में घिरे दयाशंकर को पार्टी ने निकाल दिया था।
- इस पूरे प्रकरण से भाजपा बैकफुट पर आ गई और उसने दयाशंकर सिंह से किनारा कर लिया था।
- इसके बाद बीएसपी के प्रदर्शन में दयाशंकर की बहन और बेटी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई।
- बीएसपी के इस प्रदर्शन ने भाजपा में नई जान डाल दी।
- नसीमुद्दीन और पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ भाजपा मैदान में आ गई और जबरदस्त प्रदर्शन किया।
- तब से लगातार नसीमुद्दीन और अन्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।
धमाकेदार एंट्री के साथ भाजपा में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य
पार्टी करे वापसी पर विचारः
- भाजपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य मिर्जापुर जिले में मौर्य समाज के एक सम्मेलन में शामिल हुए थें।
- जहां पत्रकारों के बातचीत में मौर्य ने कहा कि पार्टी ने नैतिकता के आधार पर दयाशंकर को हटाया था।
- मौर्य ने कहा कि अब पार्टी को उनकी वापसी पर विचार कर लेना चाहिए।