- अपनी माँगो को लेकर जिले के कोटेदार बैठे धरने पर।
- कोटेदारो ने लगाया आरोप 500 रूपये प्रतिमाह देते है ग्रामीण पर्यवेक्षक को हस्ताक्षर करने का।
- कोटेदारों ने विभागीय जिम्मेदारों पर लगाया गम्भीर आरोप।
- कोटे के राशन उठान से लेकर बाटने तक में जिम्मेदार करते है पैसे की वसूली।
- कोटेदारों का आरोप रजिस्टर में लिखने के लिए भी अधिकारी लेते है पैसा।
- आरोप है कि पैसा न देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की देते है धमकी।
- प्रति कोटेदार जिम्मेदार लेते है 15सौ से 10हजार रूपये प्रति माह।
- जिले में है करीब 1250कोटेदार।
- जिलापूर्ति अधिकारी का बयान कोटेदार करे लिखित शिकायत जाँच कर दोषियों के खिलाफ होगी कार्यवाही।