नोटबंदी के बाद जन धन खातों के जरिये कालेधन को सफेद करने का खेल जोरों पर हैं। इसे लेकर बैंकों और आयकर विभाग ने कमर कस ली हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में सामने आया है। यहां एक साधारण से मिठाई विक्रेता के जनधन खाते में 27 लाख रुपए रुपये जमा हुए है। इसकी सूचना मिलते ही आयकर विभाग हरकत में आ गया। आयकर विभाग की एक टीम जांच के लिए तुरंत गाजीपुर पहुंची।
- मामला शहर के रौजा इलाके में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का है।
- यहां नोटबंदी के बाद एक जनधन खाते में 27 रुपये जमा हुए हैं।
- एक मामूली मिठाई दुकानदार ने खाते में 500 और 1000 रुपये के 27 लाख के नोट जमा करायें।
- पड़ताल में पता चला कि खाताधारक अजय गुप्ता शहर के गोंसाईपुरा मुहल्ले के रहने वाले हैं।
- फिलहाल, आयकर विभाग के अधिकारी खाता धारक मिठाई विक्रेता से पूछताछ कर रहे हैं।
- आयकर विभाग की टीम ने पहले खाते की जांच की।
- उसके बाद बैंक प्रबंधन से कहकर खाताधारक को बुलवाया।
- खाताधारक के बैंक पहुंचने पर उससे गहनता से पूंछताछ की गयी।
- संतोषजनक जवाब न मिलने पर विभाग की टीम अजय के घर भी गई।
मां ने दिया पैसाः
- जनधन खाते में बड़ी रकम आते ही अजय का बैंक ट्रांजेक्शन आयकर विभाग के रडार पर आ गया।
- टीम की पूछताछ में अजय ने बताया कि यह रुपये उसकी मां ने दिये हैं।
- मां देवंती देवी ने जमीन बेचने के बाद यह पैसे दिये थे।
- जिसके बाद टीम ने उनसे जमीन के क्रेता का पूरा ब्यौरा मांगा।