पुलिस की गिरफ्त में आये बुलंदशहर रोड होल्डअप और गैंगरेप के तीन आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। इससे पहले गैंगरेप के तीनों आरोपियों को सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया। जेल भेजे गये आरोपियों में बुलंदशहर का रईस, हापुड़ का शाहबेज और नोयडा का जबर सिंह शामिल है। पुलिस महानिदेशक ने जिन दो और बदमाशों को पुलिस की गिरफ्तारी में रविवार को बताया था उनकी अभी तक पुलिस ने पेशी नही की है।
- मेरठ रेंज की डीआईजी लक्ष्मीसिंह ने बताया कि गिरफ्तार किया गया रईस मेवाती जाति से है और बुलंदशहर में रहकर डंफर और ट्रैक्टर चलाने का काम करता है।
- उसका ताल्लुक भरतपुर राजस्थान की जनजाति डेरे से है। रईस हाल के दिनों में हापुड़ के शाहबेज के साथ सक्रिय था
- शाहबेज और रईस भरतपुर के कुख्यात बाबरिया सलीम के गैंग के मेम्बर के रूप में काम कर रहे थे।
- पुलिस ने नोयडा से जिस जबरसिंह की गिरफ्तारी की है उसकी पत्नी सलीम के परिवार की रिश्तेदार है और उससे गैंग के बारे में काफी जानकारियां पुलिस के हाथ लगी है।
- पुलिस अभी गैंग सरगना और इस वारदात में शामिल कई बदमाशों की तलाश कर रही है।
एक रात में बदल गएं दो आरोपीः
- रविवार को डीजीपी ने जिन तीन नामों के वारदात में शामिल होने का खुलासा किया था उनमें रईस के अलावा फरीदाबाद का बबलू और भटिंडा का नरेश शामिल था।
- डीजीपी ने इस बदमाशों के शनाख्त होने के अलावा उनकी गिरफ्तारी भी बताई थी।
- डीआईजी ने कहा कि हमने 15 लोगो को हिरासत में रखा गया है। ये लोग बाबरिया और घुमंतू जनजातियों के अपराधी है।
- हाल ही के दिनों में बुलंदशहर और आसपास हुई कई वारदातों का खुलासा हुआ है। पूरी जानकारी और बरामदगी होने के बाद खुलासा किया जायेगा।