समाजवादी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर रहे हैं। लखनऊ में अखिलेश ने सपा नेताओं की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 400 विधानसभा के सभी प्रत्याशी शामिल हुए थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने 2019 में कांग्रेस से गठबंधन पर बड़ा बयान दे दिया है।
विधानसभा चुनाव में हुआ था गठबंधन :
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच 403 सीटों पर गठबंधन हुआ था। इसमें से पिछली बार सत्ता में रही समाजवादी पार्टी को 47 और कांग्रेस को सिर्फ 7 सीटें मिली थी। चुनाव के समय कहा जाने लगा था कि यूपी को ये साथ पसंद है। मगर लगता है अखिलेश ने यूपी चुनाव में मिली हार से सबक ले लिया है और गठबंधन से तौबा कर ली है।
अखिलेश ने गठबंधन से किया किनारा :
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में पार्टी पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में अखिलेश ने सपा नेताओं को जीत का मंत्र दिया और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश दिया। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि 2019 में कांग्रेस से गठबंधन की बात कहना गलत होगा। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद अभी सिर्फ अपने सगठन को मजबूत करना है। यूपी चुनाव में गठबंधन से हमारी पार्टी को कुछ फायदा नहीं हुआ था।
80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी सपा :
लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अभी लोकसभा चुनावों के लिए समाजवादी पार्टी को मजबूत करने पर हमारा पूरा ध्यान केन्द्रित है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं और रहेंगे मगर अभी हम कोई गठबंधन नहीं करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब गठबंधन नहीं होगा तो सीटों पर बात करना बेकार है। इस तरह साफ़ है कि समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
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