भारतीय थल सेना प्रमुख बिपिन रावत रविवार 10 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के दौरे पर है, अपने दौरे के तहत भारतीय सेना प्रमुख वाराणसी और गाजीपुर के जिले के दौरे पर जायेंगे। आर्मी चीफ और राज्यपाल राम नाईक गाजीपुर में 1965 की लड़ाई में शहीद होने वाले वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे। गौरतलब है कि, वीर अब्दुल हमीद(abdul hameed) 1965 के युद्ध में 10 सितम्बर को ही शहीद हुए थे।
मुख्यमंत्री योगी भी जा सकते हैं सम्मानित करने(abdul hameed):
- भारतीय थल सेना प्रमुख बिपिन रावत रविवार को गाजीपुर जिले के दौरे पर होंगे।
- अपने दौरे के तहत थल सेना प्रमुख वीर अब्दुल हमीद के पैतृक गाँव में जाकर उनके परिजनों से मुलाकात करेंगे।
- साथ ही आर्मी चीफ वीर अब्दुल हमीद को उनके शहीद दिवस पर श्रद्धांजलि भी देंगे।
- वहीँ सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गाजीपुर में अब्दुल हमीद के घर जा सकते हैं।
- जहाँ मुख्यमंत्री योगी अब्दुल हमीद के परिजनों को सम्मानित करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने अब्दुल हमीद की पत्नी की जगह किसी और को किया था सम्मानित(abdul hameed):
- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमगढ़ में अब्दुल हमीद की पत्नी को सम्मानित करने की जगह किसी और को सम्मानित कर दिया था।
- जिसकी जानकारी अखिलेश यादव को थी ही नहीं।
- अधिकारियों द्वारा अखिलेश यादव को धोखे में रखा गया और अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलम बीबी की जगह किसी और को सम्मान मिल गया।
- वहीँ सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों का यह कहना था कि, अब्दुल हमीद के परिवार को निमंत्रण भेजा गया था,
- लेकिन उनके परिवार से कोई भी नही आया।
- वहीँ वीर अब्दुल हमीद के परिवार के संरक्षक गौरव सिंह ने UttarPradesh.Org को बताया था कि,
- “वीर अब्दुल हमीद के परिवार को कोई भी निमंत्रण नहीं आया था”।
- साथ ही उन्होंने कहा था कि, जब रसूलम बीबी कार्यक्रम में मौजूद ही नहीं थी तो सम्मान किसका हुआ?
वीडियो(abdul hameed):
https://www.youtube.com/watch?v=Hdi__rV1Zqc&feature=youtu.be
रंग लायीं वीर अब्दुल हमीद के संरक्षक गौरव की कोशिशें (abdul hameed):
- आर्मी चीफ और राज्यपाल राम नाईक रविवार को अब्दुल हमीद के पैतृक गाँव पहुँच रहे हैं।
- जहाँ वे वीर अब्दुल हमीद के परिवार से मुलाकात करेंगे।
- इस दौरान वीर अब्दुल हमीद के पोते ने बताया कि, बहुत ख़ुशी हो रही है कि, आज पहली बार कोई आ रहा है।
- उन्होंने आगे कहा कि, दादाजी के 52वें शहादत दिवस पर सेना प्रमुख आ रहे हैं ये गर्व की बात है।
- साथ ही पोते ने बताया कि, जैसे ही आर्मी चीफ की पत्नी को पता चला की सेना प्रमुख अब्दुल हमीद के यहाँ जा रहे हैं,
- तो उन्होंने भी कहा कि, वे भी चलेंगी।
- साथ ही उनके पोते ने बताया कि, गाजीपुर से देश की सेवा के लिए सबसे ज्यादा सैनिक निकलते हैं।
- इसलिए यहाँ पर एक सैनिक स्कूल की जरुरत है, जिसके लिए सेना प्रमुख से कहेंगे।
- 52 साल के लम्बे इंतजार के बाद आख़िरकार सूबे के राज्यपाल और सेना प्रमुख उनके पैतृक गाँव पहुंचेंगे।
- जिसके बाद ऐसा कह सकते हैं कि, अब्दुल हमीद के परिवार के संरक्षक गौरव सिंह की कोशिशें रंग ला रही हैं।