[nextpage title=”सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज ” ]
आगरा मेडिकल कॉलेज जहाँ मरीज़ अपनी बिमारियों और परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए दूर-दूर से आते हैं । वहां के डॉक्टरों को अब मरीज़ बोझ लगने लगे हैं । आगरा के इसी मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर ने एक ऐसा काम अंजाम दिया है जो इंसानियत को भी शर्मसार कर दे । दो दिन पहले गंभीर हालात में आये एक मरीज को पहले तो डॉक्टरों ने भर्ती न करने के लिए घुमाते रहे फिर इस मामले की शिकायत सीनियर डाक्टर करने पर मरीज को भर्ती तो कर लिया लेकिन मरने के लिए ।
मृतक मरीज़ द्वारा लिया गया ऑडियो हुआ वायरल:
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https://www.youtube.com/watch?v=UWPXkuwhAfg&feature=youtu.be
- आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज की है घटना ।
- आगरा में खंदारी का रहने वाला टीकम सिंह अपने बेटे को पेट में दर्द होने पर उसे मेडिकल कॉलेज ले कर के पहुंचा
- टीकम सिंह के बेटे मुकेश की हालत बहुत ही गंभीर थी ।
- लेकिन जूनियर डॉक्टर मुकेश की बीमारी को सीमा विवाद बताकर दौड़ाते रहे।
- मरीज को भर्ती कराने के लिए एक तीमारदार ने डाक्टर के सामने हाथ जोड़े और उसके पैर भी पकडे ।
- लेकिन जब डॉक्टर ने भर्ती नही किया तो उसने सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. श्वेतांक प्रकाश को फोन किया
- जिससे डॉक्टर ने मुकेश को एडमिट कर लिए जहां बाद में उसकी मौत हो गई
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- मरने पहले मुकेश ने सीनियर डॉक्टर द्वारा की गई बातचीत रिकॉर्ड कर ली थी |
- जिसे जब परिवार वालों ने सुना तो इंसानियत पर से उनका भरोसा उठ गया |
- ऑडियो में “सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष श्वेतांक प्रकाश जूनियर डॉक्टर से कह रहे हैं कि इसे भर्ती कर लो, सर्जरी में या मेडिसिन में, मरने के लिए एडमिट कर लो , मार डालो उसे, दस यूनिट ब्लड लिख दो, अपने आप भाग जाएगा।
- पिता ने मामले की तहरीर थाना ऍम ऍम गेट पर दी। एसओ एमएम गेट अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि तहरीर मिली है, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में डॉ. श्वेतांक प्रकाश से बात नहीं हो सकी।
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