उत्तरप्रदेश की पूर्व समाजवादी पार्टी सरकार में जिस एक्सप्रेसवे (agra lucknow expressway) का निर्माण हुआ था, अब उसको लेकर एक और नया विवाद शुरू होता दिखाई दे रहा है. अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हमेशा से ही ऊँगली उठती रही है.
आगरा एक्सप्रेस-वे निर्माण में निकाली थी मिट्टी:
- एक्सप्रेस-वे में मिट्टी खुदाई पर खनन विभाग सख्त हो गया है.
- इसको लेकर खनन विभाग ने L&T पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है.
- खोदी गई मिट्टी की रकम L&T से वसूलने की तैयारी की जा रही है.
- L&T से 32 करोड़ रुपए वसूलने की तैयारी विभाग कर रहा है.
- आगरा एक्सप्रेस-वे में 32 करोड़ की मिट्टी निकाली गई थी
- L&T की फाइल अधिकारियों ने तलब की है.
भूमि अधिग्रहण के लिए सबसे अच्छा मॉडल :
- लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे शुरू से ही किसी ना किसी विवाद का शिकार बना है.
- जहाँ एक ओर इस प्रोजेक्ट पर ज़्यादा धनराशि खर्च करने के इलज़ाम लगते रहे हैं.
- वहीँ दूसरी ओर सरकार द्वारा इस मामले पर सफाई भी दी गई थी.
- ये कहा गया था कि यह इस तरह के बाकी प्रोजेक्टों के लिए यह एक मिसाल साबित हुआ है.
- मुआयना किया जाने के बाद इसे भूमि अधिग्रहण के मामले में अब तक का सबसे अच्छा मॉडल माना जा रहा है.
- आपको बता दें कि इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे पर करीब 4 किमी का रनवे भी है.
- जो अब तक किसी भी एक्सप्रेसवे पर संभव नहीं हो सका है.
- सरकार द्वारा दावा किया गया कि यह प्रोजेक्ट एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो अपने तय समय में पूरा हुआ है.
- कहा गया है कि NHAI द्वारा अब तक बनाए गए सभी हाईवे प्रोजेक्टों में से यह एक मिसाल बन गया है.