देश की राजधानी दिल्ली से शुरू हुआ स्मॉग पूरे उत्तर भारत को अपनी चपेट में ले चुका है, वहीँ सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने देश के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची जारी की थी, जिसके तहत उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर को सबसे प्रदूषित शहरों में पहला स्थान मिला था, गौरतलब है कि, गाजियाबाद के साथ ही राजधानी लखनऊ भी तत्कालीन सूची में दूसरे स्थान पर थी, इसी क्रम में योगी सरकार ने प्रदेश की सड़कों पर दमकल विभाग को पानी के छिड़काव का आदेश जारी किया था, जिसके बाद लगातार दो दिनों तक राजधानी समेत अन्य जिलों की सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया था।
पानी का छिड़काव बेअसर साबित, नहीं कम हो रहा वायु प्रदूषण:
- सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने एक सूची जारी की थी।
- जिसमें देश के सबसे प्रदूषित शहरों को दिखाया गया था।
- इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद शहर पहले स्थान पर था।
- तत्कालीन लिस्ट में सूबे की राजधानी लखनऊ दूसरे स्थान पर थी।
- जिसके बाद योगी सरकार ने सूबे की सड़कों पर पानी के छिड़काव का आदेश दिया था।
- लेकिन राजधानी लखनऊ समेत अन्य जिलों की सड़कों पर हुआ पानी का छिड़काव बेअसर साबित हुआ है।
- राजधानी लखनऊ की हवा में पानी के छिड़काव के बाद मामूली से सुधार आया है।
- गौरतलब है कि, पहले दिन पानी के छिड़काव के बाद राजधानी लखनऊ का प्रदूषण स्तर 268 पहुंचा था।
- लेकिन मौजूदा समय में राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 352 प्रतिघन मीटर पहुंचा है।
- शनिवार को यह स्तर 352 प्रतिघन मीटर था।
दूसरे नम्बर पर पहुंचा आगरा:
- वायु प्रदूषण के मामले में राजधानी लखनऊ तीसरे नंबर पर खिसक गयी है।
- वहीँ सूची में अब दूसरा स्थान ताज नगरी आगरा के पास है।
- गाजियाबाद अभी भी सूची में पहले स्थान पर बना हुआ है।