2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भले विदेश में परिवार संग छुट्टियां मना रहे हों लेकिन उनकी नजर देश के हर राजनीतिक घटनाक्रम पर बनी हुई है। विदेश से भी अखिलेश यादव ने अपनी सक्रियता बनाई हुई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम से पार्टी के नेताओं के बारे में फीडबैक ले रहे हैं और संतोषजनक रिजल्ट न मिलने पर उन पर कार्यवाई कर रहे हैं। इस बीच अखिलेश यादव ने लंदन से फोन कर सपा के 8 बड़े नेताओं पर कार्यवाई की है।
सपा में जारी है गुटबाजी :
यूपी के विधानसभा चुनावों के समय से दो गुटों में बंटी समाजवादी पार्टी के अंदर हालत पहले की तरह बने हुए हैं। बीते दिनों सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम कानपुर पहुंचे थे जहाँ उन्होंने निष्क्रिय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की सूची बना कर प्रदेश कार्यालय भिजवाने को कहा था। नगर अध्यक्ष ने सूची लखनऊ भेज दी जिसके बाद इसके बारे में जानकारी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को विदेश में दी गयी। अखिलेश यादव ने पूरी रिपोर्ट देखकर विदेश से कानपुर में सपा के महानगर अध्यक्ष को फोन किया और 8 बड़े नेताओं पर कार्यवाई करने का आदेश दिया।
इन पर हुई कार्यवाई :
कानपुर महानगर अध्यक्ष ने लापरवाही बरतने पर सपा के नगर सचिव अनुराग वर्मा, मो. अय्याज, राकेश कठेरिया, आफताब आलम, शिवम शुक्ला, रामखिलावन चौरसिया, संजीव जैन और मो. नफीस को पद से हटा दिया है। सूत्रों के अनुसार, ये सभी नेता पूर्व मंत्री शिवपाल यादव के करीबी थे और शिवपाल फैन्स एसोसिएशन के साथ जुड़े थे।। मोहम्मद नफीस ने पद से हटाए जाने पर कहा कि पार्टी को कुछ लोगों ने हाईजैक कर लिया है और इसी का परिणाम रहा कि 2017 के बाद से समाजवादी पार्टी बुरी तरह से चुनाव हार रही है। उन्होंने कहा कि काम करने वाले और जनता के जुड़े नेताओं की सपा में कोई पूछ नहीं रही।