समाजवादी पार्टी में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का चेहरा साफ सुथरी छवि के रूप प्रोजेक्ट किया जाता रहा है। अखिलेश यादव ने दागियों को टिकट ना देने के लिए परिवार में अपनी आवाज को बुलंद किया। इसी वज़ह से सपा चुनाव आयोग तक जा पहुंची। लेकिन अखिलेश की ये लड़ाई दिखावा मात्र लगने लगी है। उनकी उम्मीवादरों की लिस्ट इस बात की पोल खोल रही है।
अपने ही दाव में फंसे अखिलेश यादव
- अखिलेश यादव ने दागियों को टिकट ना देने के लिए अपने ही पिता व पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह के आगे आवाज उठाई।
- लेकिन सपा की जंग जीतने के बाद अखिलेश अपनी इस बात को शायद बुल गए है।
- तभी उनकी उम्मीदवारों की लिस्ट में दागियों, माफिया और अफराधियों का बोल-बाल है।
- इस लिस्ट में हत्या, बलात्कार, रंगदारी, डकैती और घोटले जैसे संगीन आरोप झेल रहे लोगों को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
- जिसमें अभय सिंह, मुकेश श्रीवास्तव, आनंद सेन और अजीमुलहक के नाम शामिल है।
दर्ज है संगीन मामले
- इसमें से आनंद सेन पर हत्या और बलात्कार के संगीन मामले दर्ज है।
- अजीमुलहक पर हत्या का आरोप है।
- मुकेश श्रीवास्तव का नाम एनआरएचएम घोटाले में शामिल है।
- वहीं अभय सिंह की पहचान माफिया के रूप में होता है।