उच्च न्यायलय ने प्रदेश में सरकारी एवं प्राइवेट कॉलेजों में ख़त्म हो चुके दाखिले का ब्यौरा लेते हुए खाली रह गयीं सीटों की गिनती सर्वेक्षण के बाद मांगी है .
- कोर्ट के अंतरिम आदेश पर 196 छात्रों के निरस्त दाखिले दुसरे कॉलेजों में किए जा सकते हैं.जिसे बाद में ठुकरा दिया
- २१ सितम्बर को ७५ हज़ार ६०० सीटों पर पुरे प्रदेश में दाखिले हुए थे
- बीटीसी के तहत उत्तर प्रदेश में कुल दस हज़ार पांच सौ सीटें है जो भर चुकी हैं
- सरकारी अधिवक्ता रमेश उपाध्याय ने बताया की १९६ छात्रों के दाखिले हाल ही में निरस्त किए
- निरस्तीकरण का कारण हाई कोर्ट में याचिकाकर्ताओं की अपील ठुकराना हैं
- कोर्ट ने मामले की सवेंदना को समझते हुए बीच का रास्ता निकालने को कहा
क्यों नहीं हो पाए दाखिले ?
- जिसमे निरस्त हुए दाखिलों को प्राइवेट सीट देने को कहा
- लेकिन दाखिले की प्रक्रिया पूरी हो जाने के कारण यह संभव नहीं है