लखनऊ. पीएम मोदी ने भले ही 500-1000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाकर कालेधन का खुलासा करने का दावा किया हो लेकिन बाबा रामदेव ने पहले ही पैंतरा खेल कर अपने कालेधन को सफेद कर दिया। रामदेव ने कई राज्यों में पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के नाम पर अपने पास इकठ्ठा धन का निवेश कर दिया है। जानकारों का मानना है कि मोदी की इस चाल के बारे में बाबा को पहले से ही जानकारी थी। मोदी इस प्लान को काफी समय से बना रहे थे इसी के चलते बाबा ने पहले ही अपने कालेधन को सफेद कर दिया।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ब्रांड्स को चुनौती दे रहे बाबा
- बता दें कि विदेशी कंपनियों को सबक सिखाते हुए बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद कंपनी के जरिये हजारों करोड़ का निवेश देश के विभिन्न राज्यों में किया है।
- बाबा ने अब तक बिस्कुट, पोषक तत्वों, टूथपेस्ट, हर्बल चाय, गेहूं, शहद, आटा, घी, साबुन, शैम्पू के नूडल्स तक लॉन्च कर चुके हैं।
- अभी हाल ही में उन्होंने पतंजलि जींस और परिधानों की शृंखला भी शुरू करने की ठानी तो कपड़ा बाजार में भी खलबली शुरू हो गई।
- बाबा स्वदेशी वस्तुओं के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियों के ब्रांड्स को खुली चुनौती दे रहे हैं।
- पतंजलि आने वाले वर्षों में आयुर्वेदिक दवाएं, जैविक खाना और उत्पाद, आयुर्वेदिक कॉस्मेटिक्स, जैविक बीज और पशु आहार, जैव-उर्वरक और कीटनाशक बनाने की फिराक में है।
कई राज्यों में है बाबा का निवेश
- बाबा रामदेव का कई राज्यों में पतंजलि आयुर्वेद कम्पनी के नाम से निवेश है।
- पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड इस समय उत्तराखंड में हरिद्वार स्थित 150-एकड़ के औद्योगिक परिसर से संचालित हो रही है।
- इसे सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा देते हैं।
- कंपनी की योजना महाराष्ट्र के नागपुर में मिहान इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स में 40 लाख वर्गफीट के मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट पर 1,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की है।
- पतंजलि की योजना इसी आकार में पश्चिम बंगाल, असम, यूपी, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर में निवेश करने की भी है, ताकि क्षेत्रीय बाजारों में तेजी से सप्लाई हो सके।
- कंपनी ने आरएंडडी पर भारी-भरकम निवेश किया है।
- 200 क्वालिफाइड वैज्ञानिकों को नए उत्पादों को विकसित करने में शामिल किया गया है।
10,000 दुकानों का है नेटवर्क
- पतंजलि ब्रांड 5,000 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर चुका है।
- पतंजलि ने बांग्लादेश को अपना सबसे बड़ा बाजार बनाने की ठानी है।
- कई आयुर्वेदिक उत्पादों को बनाने के लिए नेपाल में उसके ऑपरेशंस चल रहे हैं।
- पतंजलि के उत्पाद जल्द ही पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बाजारों में भी दिखाई देंगे।
- पतंजलि बड़ी तेजी से बढ़ रही है। इस वित्त वर्ष के अंत तक उसका कारोबार 10,000 करोड़ रुपए को पार कर जाने की उम्मीद है।
- पतंजलि के उत्पाद देश के 243 शहरों में उपलब्ध है।
- पतंजलि 10,000 दुकानों के नेटवर्क के जरिए कंपनी का सामान बेच रही है। कंपनी के पास 4,000 वितरक हैं।
देश के तीसरी बड़ी कंपनी बनी पतंजलि
- पतंजलि देश के तीसरी बड़ी कंपनी बन गई है।
- पतंजलि के उभार की तुलना एफएमसीजी क्षेत्र की बड़ी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) से कीजिए।
- एचयूएल की पेरेंट कंपनी यूनीलीवर ने 1888 में भारत में काम करना शुरू किया था।
- वित्त वर्ष 2015-16 में कंपनी ने 32,482.72 करोड़ रुपए की बिक्री की।
- पतंजलि ने 2010-11 में व्यवसायिक स्तर पर ऑपरेशन शुरू किए। उस साल के अंत तक कंपनी का कारोबार 446 करोड़ रुपए था।
- कंपनी ने दस साल के भीतर 1,00,000 करोड़ रुपए के कारोबार का अति-महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है।
- बाबा रामदेव के मुताबिक पतंजलि 50 लाख करोड़ रुपए के टर्नओवर को हासिल करने की कोशिश करेगी।